बड़ौत (बागपत)। दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर परवेज का शव शनिवार सुबह उनके पैतृक कस्बे बड़ौत के बाहर एक नाले में संदिग्ध हालात में मिला। शव देख ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब शव की पहचान कराई तो परिजनों ने डॉक्टर परवेज के रूप में उसकी पुष्टि की। इस खबर से इलाके में सनसनी फैल गई।
डॉ. परवेज पिछले करीब 10 वर्षों से दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में सेवाएं दे रहे थे। परवेज मूल रूप से बड़ौत के निवासी थे और एमबीबीएस के साथ एमडी की डिग्री हासिल कर चुके थे। शुक्रवार रात परिजनों से उनकी आखिरी बार फोन पर बात हुई थी, जिसमें उन्होंने खुद को दिल्ली में होने की बात कही थी। इसके कुछ ही घंटों बाद उनका शव बड़ौत में पाया गया। यह बात परिजनों और पुलिस, दोनों के लिए रहस्यमयी बनी हुई है।
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परिजनों का कहना है कि डॉ. परवेज की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। उनके व्यवहार को लेकर भी कभी किसी तरह की शिकायत नहीं आई। ऐसे में यह समझ से परे है कि वे दिल्ली से अचानक बड़ौत कैसे पहुंचे और किन परिस्थितियों में उनकी मौत हुई।
इंस्पेक्टर मनोज कुमार ने बताया कि डॉक्टर का शव कस्बे के बाहर संदिग्ध हालत में मिला है। शव पर किसी धारदार हथियार के निशान नहीं हैं, लेकिन उनके हाथ में गलत तरीके से एक वीगो (ड्रिप का उपकरण) लगा मिला है। प्राथमिक जांच में मौत की कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के असल कारण का पता चल सकेगा।
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पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और परिजनों से तहरीर लेकर केस की जांच शुरू कर दी है। कस्बे के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि यह पता चल सके कि डॉक्टर परवेज किस रास्ते से आए और उनके साथ कौन था। पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले का खुलासा कर लिया जाएगा।