बिजनौर में तीन दिन से झमाझम बारिश, गंगा उफान पर: 1.96 लाख क्यूसेक पानी ने बढ़ाई बाढ़ की चिंता

Bijnor News: बिजनौर जिले में पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। बुधवार की सुबह हल्की धूप निकली, लेकिन दोपहर तक आसमान में काले बादल छा गए और हल्की बरसात शुरू हो गई। इससे मौसम में ठंडक तो आई, लेकिन ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में पानी भरने से लोगों की परेशानियां बढ़ गईं।
गंगा-रामगंगा का जलस्तर लगातार बढ़ा
बारिश के आंकड़ों ने खोला मौसम का हाल
कृषि अनुसंधान केंद्र नगीना से मिली रिपोर्ट के अनुसार, 1 सितंबर को 32.6 मिमी बारिश दर्ज की गई थी। इस दिन अधिकतम तापमान 25.6 डिग्री और न्यूनतम 24.0 डिग्री रहा। वहीं 2 सितंबर को भारी बारिश के चलते 47.2 मिमी बारिश दर्ज हुई, तापमान भी गिरकर अधिकतम 24.6 और न्यूनतम 22.8 डिग्री पर पहुंच गया। 3 सितंबर को बारिश की मात्रा घटकर 2.2 मिमी रह गई, लेकिन दिन का अधिकतम तापमान बढ़कर 31.0 डिग्री और न्यूनतम 24.2 डिग्री दर्ज किया गया।
गंगा बैराज पर खतरनाक स्तर का बहाव
गंगा बैराज में पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। 1 सितंबर को गंगा में लगभग 1.64 लाख क्यूसेक पानी बह रहा था। 2 सितंबर को यह मामूली बढ़कर 1.65 लाख क्यूसेक तक पहुंचा। लेकिन बुधवार शाम 4 बजे तक जलस्तर अचानक बढ़कर 1.96 लाख क्यूसेक से ज्यादा हो गया। नदी किनारे बसे गांवों में पानी घुसने का खतरा मंडराने लगा है, जिससे लोग दहशत में हैं।
ग्रामीणों की बढ़ी परेशानी
बारिश और गंगा के तेज बहाव से खादर क्षेत्र में बसे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई गांवों में खेतों में पानी भरने लगा है, जिससे किसानों की धान और गन्ने की फसलें बर्बाद होने का खतरा है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव दल तैनात किए गए हैं, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि अगर जलस्तर और बढ़ा तो हालात गंभीर हो सकते हैं।