UP में इंसाफ की लड़ाई: गैंगरेप पीड़िता ने DIG की कार रोककर सुनाई दास्तान
बुलंदशहर में एक युवती के साथ हुए गैंगरेप मामले ने प्रशासन और पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़िता ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस ने उसे मेरठ रेंज के DIG कलानिधि नैथानी से मिलने से रोकने की कोशिश की, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और सीधे DIG की कार तक पहुंचकर अपना मामला प्रस्तुत किया।
DIG से मिलने के दौरान रिपोर्ट्स के अनुसार इंस्पेक्टर पंकज राय की टीम ने युवती को रोकने की कोशिश की। वायरल वीडियो में भी दिख रहा है कि पुलिस ने उसे रास्ता रोकने का प्रयास किया। इसके बावजूद युवती ने धक्का-मुक्की के बीच DIG की कार तक पहुँचकर कहा, “सर, चार आरोपी जेल में हैं, लेकिन दो अभी भी फरार हैं। पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही।”
DIG कलानिधि नैथानी ने युवती की बात तुरंत सुनी और भरोसा दिलाया कि फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने स्थानीय पुलिस से इस व्यवहार पर स्पष्टीकरण भी मांगा है।
यह मामला महिला सुरक्षा, पुलिस निगरानी और प्रशासनिक पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े करता है। सवाल उठता है कि जब चार आरोपी पकड़े जा सकते हैं, तो बाकी दो को पकड़ने में क्यों कठिनाई हो रही है। इसके साथ ही यह घटना दिखाती है कि जांच में लापरवाही पीड़ितों को दोबारा मानसिक और सामाजिक पीड़ा दे सकती है।
