मेरठ में जेल, बाल गृह और नारी निकेतन में व्यवस्थाएं जांचीं, महिलाओं को किया जागरूक
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मेरठ । महिलाओं, बच्चों और किशोरों को सुरक्षित व सशक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, मेरठ में न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने विभिन्न संस्थानों का संयुक्त निरीक्षण किया। जिला न्यायाधीश संजीव पांडे, जिलाधिकारी डॉ. वी.के. सिंह और एसएसपी विपिन ताडा ने संयुक्त रूप से जिला कारागार, राजकीय सम्प्रेक्षण गृह किशोर, सूरजकुंड बाल गृह और राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन लालकुर्ती (नारी निकेतन) का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
किशोर एवं बाल गृहों की जाँच: इसके बाद टीम राजकीय सम्प्रेक्षण गृह किशोर पहुँची, जहाँ किशोरों से उनके खान-पान, दवाई, खेलकूद और पेशी संबंधी विषयों पर जानकारी प्राप्त की गई। सूरजकुंड बाल गृह पर अधिकारियों ने बच्चों से उनकी पढ़ाई, खान-पान और दवाईयों के बारे में चर्चा की। उन्होंने शिशु सदन का भी निरीक्षण किया और संबंधित स्टाफ को आवश्यक निर्देश दिए। सीएमओ डॉ. अशोक कटारिया भी इस दौरान उपस्थित रहे।
नारी निकेतन में मिशन शक्ति 5.0 के तहत जागरूकता: निरीक्षण का अंतिम पड़ाव राजकीय पश्चातवर्ती देखरेख संगठन लालकुर्ती (नारी निकेतन) रहा। यहां बच्चों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली गई। सबसे महत्वपूर्ण बात यह रही कि मिशन शक्ति अभियान 5.0 के अंतर्गत मा. जिला न्यायाधीश, जिलाधिकारी और एसएसपी द्वारा निकेतन में मौजूद महिलाओं और बच्चियों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया गया। उन्हें अभियान से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी गईं, ताकि वे स्वयं को सशक्त महसूस कर सकें।
इस संयुक्त निरीक्षण और जागरूकता कार्यक्रम में अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड, लो.नि.वि. सतेंद्र सिंह के साथ-साथ सभी संबंधित संस्थानों के स्टाफ और अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सभी संस्थानों में रह रहे लोगों को उच्चतम स्तर की सुविधाएं और सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
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