मेरठ में पुलिसकर्मी दुल्हे ने दहेज में मांगे 20 लाख, दुल्हन के सपने हुए चकनाचूर, धरी रह गई तैयारियां
मेरठ। शादी की खुशियां पलभर में खुशियां दुख में बदल गई। जब यूपी पुलिस के सिपाही ने बरात लाने के लिए अपनी होने वाली दुल्हन के पिता से 20 लाख रुपये दहेज की मांग कर डाली। सिपाही दुल्हे ने साफ कहा कि जब तक उसकी दहेज की मांग पूरी नहीं होगी वो बारात लेकर नहीं आएगा। यह सुनकर दुल्हन के पिता और भाई पर दुखों का पहाड़ टूट गया। स्टेज सजा रह गया। मंडप फेरों के लिए तैयार था।
लेकिन ना बारात थी और ना दुल्हा। मामला दिल्ली-दून हाईवे पर स्थित एक फार्म हाउस का है। जहां मंडप पर दुल्हन अपने होने वाले दुल्हे का इंतजार करती रह गई, लेकिन बारात नहीं आई। वजह थी दहेज। दरअसल, दूल्हे ने दहेज में 20 लाख रुपये की मांग पूरी न होने पर शादी से इनकार कर दिया। दुल्हन की आंखों से बहा सपना दौराला के मनोहरपुरी निवासी मास्टर महेश शर्मा ने अपनी बेटी की शादी पुलिस विभाग में तैनात सिपाही अभिषेक शर्मा से तय की थी।
अभिषेक कासगंज में तैनात है और रिश्ता बिचौलिया अशोक शर्मा के जरिए तय हुआ था। एक नवंबर को सगाई धूमधाम से हुई, और दो नवंबर को बारात आने का समय तय था। पूरा परिवार, रिश्तेदार और दोस्त फार्म हाउस में शादी की तैयारियों में जुटे थे। पर शाम ढलने लगी, डीजे थम गया, और सबकी निगाहें सड़क की ओर टिकी रहीं। जब बारात का कोई अता-पता नहीं चला, तो फोन किया गया। उधर से जो जवाब आया, उसने सबको अंदर तक हिला दिया। दूल्हे ने कहा, “मुझे 20 लाख रुपये नकद चाहिए, मेरी नौकरी लगने में इतने ही खर्च हुए हैं।” यह सुनते ही दुल्हन पक्ष का सब्र टूट गया, दुल्हन फूट-फूटकर रो पड़ी। जो लोग दुल्हन को आशीर्वाद देने आए थे, वे अब शांत खड़े थे। कुछ ने प्लेटों में रखा खाना अधूरा छोड़ दिया और भारी मन से लौट गए। फार्म हाउस में गूंजती हंसी अब सन्नाटे में बदल गई थी।
दुल्हन के पिता महेश शर्मा ने दौराला थाने पहुंचकर दूल्हे और उसके परिवार के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने तुरंत मुकदमा दर्ज कर लिया। एसपी सिटी ने कहा कि पूरे मामले की जांच कर सख्त कार्रवाई की जाएगी। पूर्व विधायक ने जताया दुख घटना की जानकारी मिलते ही भाजपा के पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम फार्म हाउस पहुंचे। उन्होंने दुल्हन के परिवार को सांत्वना दी और कहा कि दहेज के इस अभिशाप को कानून की ताकत से खत्म किया जाएगा। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से बातचीत कर पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।
