बरेली हिंसा प्रभावितों से मिलने जा रहे मेरठ आजाद अधिकार सेना के पदाधिकारियों को पुलिस ने किया हाउस अरेस्ट
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मेरठ। बरेली हिंसा में प्रभावितों से मिलने के लिए जा रहे आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेंद्र सिंह को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर दिया है। संगठन के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेंद्र सिंह को पुलिस ने बरेली पहुंचने से रोका और उनको पहले थाने में नजरबंद किया। अब उनके घर पर हाउस अरेस्ट किया गया है। संगठन इसे लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन और सुनियोजित दमन मानता है।
आजाद अधिकार सेना ने 29 सितंबर 2025 को बरेली में पीड़ितों से मिलने और हिंसा की निष्पक्ष जांच के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना बनाई थी। इसकी लिखित सूचना मुख्य सचिव, डीजीपी उत्तर प्रदेश, डीएम बरेली और एसएसपी बरेली को दी गई थी। 28 सितंबर 2025 की शाम को औरंगाबाद थाना प्रभारी के नेतृत्व में पुलिस बल ने देवेंद्र सिंह को रास्ते में रोका और बिना किसी वारंट या स्पष्ट कारण के थाना औरंगाबाद में नजरबंद कर लिया। रात्रि में उन्हें उनके घर भेजा गया। लेकिन घर के बाहर पुलिस तैनात कर हाउस अरेस्ट कर दिया गया। जो 29 सितंबर तक जारी है। संगठन के अन्य सदस्यों, खिजर गौस और जरीफ मिर्जा को संभल पुलिस ने भी हाउस अरेस्ट किया है।
विशेष रूप से, सीओ एलआईयू बरेली ने 28 सितंबर को आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री देवेंद्र सिंह को फोन पर बरेली पहुंचने और जांच में सहयोग का आश्वासन दिया था।
आजाद अधिकार सेना का आरोप है कि बरेली में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा, जिसमें पथराव और पुलिस लाठीचार्ज की घटनाएं हुईं, कि सच्चाई को छिपाने के लिए प्रशासन ने यह कार्रवाई की है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने इसे "लोकतंत्र पर हमला" करार देते हुए कहा कि "हम पीड़ितों की आवाज उठाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने हमें कैद कर सच्चाई को दबाने का प्रयास किया है।