पांचवां राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह शुरू: दवाओं के प्रतिकूल प्रभावों की रिपोर्टिंग और मरीजों की सुरक्षा पर जोर

Moradabad News: मुरादाबाद में आयोजित पांचवें राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य दवाओं के दुष्प्रभावों (ADRs) के प्रति जागरूकता फैलाना और स्वास्थ्य पेशेवरों को प्रशिक्षित करना है। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन के जिला मंत्री हेमंत चौधरी ने बताया कि यह पहल मरीजों की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी हथियार साबित होगी।
रिपोर्टिंग कैसे करें?
फार्मासिस्टों की जिम्मेदारी
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष संदीप बडोला ने कहा कि फार्मासिस्टों की जिम्मेदारी सिर्फ दवाइयां वितरित करना नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना भी है कि उनका उपयोग सुरक्षित हो। उन्होंने छात्रों को फार्माकोविजिलेंस के महत्व पर बल देते हुए कहा कि फार्मासिस्टों को दवाओं के दुष्प्रभावों को पहचानने और रिपोर्टिंग प्रणाली को और मजबूत करने की आवश्यकता है।
औषधि सुरक्षा और सतर्कता की प्रक्रिया
फार्माकोविजिलेंस का अर्थ है औषधि और औषधीय सामग्री के प्रति सतर्क रहना। यह दवाओं के उपयोग से जुड़े प्रतिकूल प्रभावों और जोखिमों की निगरानी, मूल्यांकन, पहचान और रोकथाम की प्रक्रिया है। इसका मुख्य उद्देश्य दवाओं के अवांछित प्रतिक्रियाओं का पता लगाना और सुनिश्चित करना है कि दवाएं प्रभावी रहें और मरीज सुरक्षित रहे।
भारत में दवा सुरक्षा निगरानी और नियंत्रण का कार्यक्रम
Pharmacovigilance Programme of India (PvPI) को भारत में दवा सुरक्षा निगरानी कार्यक्रम कहा जाता है। इसे 2010 में शुरू किया गया था। इसका उद्देश्य देश में दवाओं से जुड़े प्रतिकूल प्रभावों (ADRs) की निगरानी करना और दवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसके अंतर्गत स्वास्थ्य एजेंसियां, दवा निर्माता, फार्मासिस्ट और स्वास्थ्य प्रदाता दवाओं पर नजर रखते हैं और रिपोर्ट प्राप्त होने पर आवश्यक निर्णय लेते हैं।
राष्ट्रीय समन्वय केंद्र और कार्यक्रम का आयोजन
राष्ट्रीय समन्वय केंद्र- फार्माकोविजिलेंस प्रोग्राम ऑफ इंडिया (PvPI) ने 17 से 23 सितंबर तक राष्ट्रीय फार्माकोविजिलेंस सप्ताह की घोषणा की है। इस सप्ताह के दौरान सभी स्वास्थ्य प्रदाताओं और फार्मेसी शिक्षण संस्थानों में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि मरीजों और पेशेवरों में दवाओं की सुरक्षा और निगरानी के प्रति जागरूकता पैदा हो सके।