सहारनपुर। सहारनपुर मंडल और इसके आसपास के क्षेत्रों के रेल यात्रियों की समस्याओं के शीघ्र निराकरण और उनको नई रेलवे सुविधाएं मुहैया कराने के सवाल रालोद युवा सांसद चंदन चौहान ने लोकसभा के इस शीतकालीन सत्र में आज लोक महत्व के मुद्दे के दौरान उठाए। चंदन चौहान ने वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंघल को बताया कि उन्हें मा. रेलमंत्री ने आश्वासन दिया है कि जो रेल संबंधी मुद्दे उनके संज्ञान में लाए गए हैं, रेल मंत्रालय उनको प्राथमिकता के आधार पर समाधान करने का काम करेगा। चंदन चौहान ने कहा कि कई प्रमुख यात्री ट्रेनों के ठहराव कोरोना संकट के दौरान बंद कर दिए गए थे और उससे लाखों ग्रामीण और कस्बाई रेल यात्रियों को भारी असुविधाओं का समाना करना पड़ रहा है।
दिल्ली-अंबाला ट्रेन का हरिद्वार, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के कई छोटे स्टेशनों जैसे रोहाना कला में रेल गाड़ियों के ठहराव की पुनः बहाली की जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली-अंबाला साबरमती-ऋषिकेश और दिल्ली-हरिद्वार जाने वाली रेलगाड़ियों के ठहराव यानि स्टापेज किए जाने की मांग उन समेत कई जनप्रतिनिधियों द्वारा लगातार की जा रही है। वह आज लोकहित के मुद्दे के दौरान फिर से इस मांग को उठा रहे हैं। उन्होंने कई रेलवे लाइन दौराला-पानीपत मार्ग को चेतरवाड़ा, गंगेरू, बुढ़ाना होते हुए नगली तीर्थ तक तथा आगे हस्तिनापुर-विधुरकुटीर से जोड़ने का प्रस्ताव भी लोकसभा में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के समक्ष रखा। चंदन चौहान ने बताया कि उन्होंने रेल मंत्री से यह भी अनुरोध किया कि बिजनौर से दिल्ली यात्रा को आसान बनाने के लिए दिन के वक्त कोटद्वार-दिल्ली के लिए नई रेल सेवा शुरू की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि चंदक और चांदपुर-गजरौला मार्ग के तहत आने वाले ग्राम बेहड़ी और सरवट में फ्लाई ओवर का निर्माण भी कराया जाए।
चंदन चौहान द्वारा रेल यात्रियों की समस्याओं को उठाने के लिए देवबंद के प्रमुख समाजसेवी एवं वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंघल, अशोक गुप्ता एवं गौरव सिंघल, सहारनपुर के प्रमुख काष्ट हस्तकला उद्यमी मोहम्मद असलम सैफी, प्रमुख कवि एवं शायर परमवीर कौशिक, बजरंग दल के पूर्व प्रांतीय संयोजक विकास त्यागी, अर्पण बिंदल, महाराज सिंह कालेज के प्राचार्य रहे प्रोफेसर योगेश गुप्ता, प्रकृति कुंज के संचालक राजेंद्र कुमार अटल अग्रवाल, प्रभुजी की रसोई के सचिव शीतल टंडन, पद्मश्री चौधरी सेठपाल सिंह ने सराहना की। सभी का कहना था कि कोरोनाकाल में छीनी गई रेल सुविधाओं को बहाल किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इन सभी लोगों ने सीधे भी रेलमंत्री से मांग की कि बुजुर्गों को रेल यात्रा में मिलने वाली छूट भी बहाल की जाए।