सहारनपुर: पंजाबी एकता समिति ने दीवाली मिलन कार्यक्रम में दाता बंदी छोड़ दिवस का इतिहास साझा किया


दिल्ली रोड स्थित एक सभागार मंे समिति द्वारा आयोजित दिवाली मिलन कार्यक्रम में समिति के अध्यक्ष एमपी सिंह चावला ने दिवाली के दिन ही मनाये जाने वाले दाता बंदी छोड़ दिवस का इतिहास बताते हुए अवगत कराया कि तत्कालीन शासक जहांगीर ने सिखों के छठे गुरु श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी को ग्वालियर के किले मे कैद कर लिया था, परन्तु साई मियां मीर द्वारा ज़ब जहांगीर को गुरु जी कि महिमा के बारे मे विस्तार से बताया, तो जहांगीर ने गुरु जी को रिहा करने का हुक्म दिया, तो गुरु जी ने ग्वालियर किले मे कैद अन्य 52 हिन्दू राजाओं को भी साथ छोड़ने की बात जहांगीर को कही, इस पर जहांगीर ने कहा कि जो आपके वस्त्रों को पकड़ के जा सकता है। उन्हें ले जा सकते हो।
इस पर गुरु जी ने 52 कलियों वाला बड़ा चोला तैयार करवा के पहना, जिसकी 52 कलियों को पकड़ कर 52 राजा भी उनके साथ कैद से रिहा हुए, तब गुरु जी सीधे अमृतसर दिवाली की रात पहुंचे जहां पूरा अमृतसर उनके स्वागत मे रोशनी दीपमाला से जगमग किया गया, तभी से दाता बंदी छोड़ दिवस मनाया जाता है। समिति महामंत्री राजीव फुटेला ने बताया कि अमृतसर के प्रसिद्ध कीर्तनी जत्थे एवं स्थानीय प्रचारकों को सहारनपुर के किसी पंजाबी क्षेत्र में कार्यक्रम आयोजित करके शहादत के इतिहास से परिवारों को अवगत कराया जायेगा एवं गुरबाणी से निहाल किया जायेगा।
इस मौके पर समिति के कोषाध्यक्ष अरुण अरोड़ा, मुख्य संयोजक विवेक चावला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष नवनीत अरोड़ा,चेयरमैन एससी सपड़ा, युवा संयोजक सन्नी परुथी, सलाहकार आरपी सिंह ने संयुक्त रुप से गुरुद्वारा श्री कलगीधर सभा गोपाल नगर के मुख्य सेवादार और अखंड भारत विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष स.अवतार सिंह मिगलानी का माल्यार्पण करके एवं पटका ओढ़ा कर सम्मानित किया। इस मौके पर संस्था के संयुक्त मंत्री अनिल गिल्होत्रा, हितेश अनेजा, गुरजीत मल्होत्रा, अमित सोनी, प्रदीप भंडारी, गगनदीप, जीत, बीरु मदान, विक्षित सुखीजा, मनीन्दर राशू, हरप्रीत जैकी सहित समाज के अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
