सहारनपुर में रेलवे स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आकर सर्राफा कारोबारी की मौत, परिजनों में कोहराम

सहारनपुर। सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर एक दुखद हादसे में सर्राफा कारोबारी कमल वर्मा (41) की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसा शनिवार देर रात हुआ, जब कमल गलती से रुड़की के बजाय दिल्ली जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में चढ़ गए। ट्रेन से उतरने के दौरान उनका पैर फिसल गया, जिसके बाद […]
सहारनपुर। सहारनपुर रेलवे स्टेशन पर एक दुखद हादसे में सर्राफा कारोबारी कमल वर्मा (41) की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसा शनिवार देर रात हुआ, जब कमल गलती से रुड़की के बजाय दिल्ली जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में चढ़ गए। ट्रेन से उतरने के दौरान उनका पैर फिसल गया, जिसके बाद वह ट्रेन की चपेट में आ गए। इस घटना ने उनके परिवार और स्थानीय समुदाय में शोक की लहर दौड़ा दी है।
शहर कोतवाली क्षेत्र के गोपाल नगर निवासी कमल वर्मा सोने-चांदी का कारोबार करते थे और अपने व्यवसाय के सिलसिले में अक्सर अन्य जिलों की यात्रा करते रहते थे। शनिवार को वह रुड़की जाने के लिए घर से निकले और रेलवे स्टेशन पर टिकट भी खरीदा।
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परिजनों के अनुसार, यात्रियों के गलत मार्गदर्शन के कारण कमल रुड़की जाने वाली ट्रेन के बजाय दिल्ली जाने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में चढ़ गए। जब उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ, तो उन्होंने चलती ट्रेन से उतरने की कोशिश की। इस दौरान ट्रेन अचानक चल पड़ी और उनका पैर फिसल गया, जिससे वह ट्रेन के नीचे आ गए। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे पुलिस (जीआरपी) और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। कमल के परिजनों ने हादसे के संबंध में पुलिस को तहरीर दी है, जिसमें गलत ट्रेन की जानकारी देने वाले यात्रियों की भूमिका की जांच की मांग की गई है। जीआरपी के प्रभारी रामकुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि हादसे की सटीक परिस्थितियों का पता लगाया जा सके।
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कमल वर्मा के दो बच्चे, 11 वर्षीय गगन और 7 वर्षीय देवांश, इस हादसे से गहरे सदमे में हैं। उनके परिवार में कोहराम मचा हुआ है। स्थानीय समुदाय और पड़ोसियों ने भी इस घटना पर गहरा दुख जताया है। कमल को एक मेहनती और मिलनसार व्यक्ति के रूप में जाना जाता था, जिनका सर्राफा व्यवसाय क्षेत्र में प्रतिष्ठित था।
इस हादसे ने रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा और सही जानकारी उपलब्ध कराने की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि स्टेशनों पर ट्रेनों की जानकारी स्पष्ट करने के लिए बेहतर इंतजाम किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
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