वाराणसी में फिर चला बुलडोज़र! सपा कार्यकर्ता ने दी गिरफ्तारी की चेतावनी
पीडब्ल्यूडी अब तक तीन मकानों की रजिस्ट्री पूरी कर चुका है, जिनमें से दो को पहले ही गिराया जा चुका था। आज सुमन ओझा, पियूष ओझा, कंचन देवी, गुंजा मिश्रा और सोनी सिंह का बताया जा रहा तीसरा मकान ध्वस्त कर दिया गया, जिसके मालिकों ने रजिस्ट्री के बाद प्रशासन को मकान गिराने की अनुमति दे दी थी। जानकारी के मुताबिक, 1960 में बने लक्ष्मी कटरा भवन के मालिकों को लगभग ₹1 करोड़ रुपये मुआवज़ा भी दिया गया है। इस भवन में 13 किरायेदार दुकानें चला रहे थे, जिन्होंने बिना सूचना कार्रवाई का आरोप लगाते हुए विरोध भी किया था।
दुकानों को गिराए जाने से पहले पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पूरे इलाके को सील कर दिया। दशाश्वमेध एसीपी शुभम सिंह ने बताया कि सुरक्षा के मद्देनज़र दुकानों को बंद कराया गया ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना न हो।प्रशासन का कहना है कि अभी 187 भवनों की रजिस्ट्री बाकी है। प्रशासन स्थानीय लोगों से दो से तीन बार लाउडस्पीकर पर अनाउंसमेंट भी कर रहा है और काम तेज़ी से निपटाने के लिए लगातार अपील की जा रही है।
