गेहूं की बुवाई में किसान करते हैं ये एक गलती, जिससे आधी फसल बर्बाद हो जाती है! कृषि वैज्ञानिकों ने बताया सही तरीका



अब सवाल उठता है कि सही तरीका क्या है? कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, आजकल दो पेटी वाली सिंड्रिल मशीनें बाजार में उपलब्ध हैं। इन मशीनों में एक पेटी में बीज और दूसरी पेटी में खाद डाली जाती है। जब बुवाई होती है तो मशीन बीज और खाद को अलग-अलग गहराई पर मिट्टी में पहुंचाती है। इससे बीज को पर्याप्त पोषण मिलता है और पौधों का अंकुरण समान रूप से होता है।
जिन किसानों के पास दो पेटी वाली मशीन नहीं है, वे पहले खेत में खाद को समान रूप से फैला दें और उसके बाद बुवाई करें। इससे बीज और खाद का सीधा संपर्क नहीं होता, जड़ें मजबूत बनती हैं और पौधे अधिक हरे-भरे व स्वस्थ रहते हैं।
अगर बीज और खाद को एक साथ डाला जाए तो एक और समस्या यह होती है कि कुछ हिस्सों में खाद की मात्रा ज्यादा और कुछ जगह कम रह जाती है। इससे फसल असमान रूप से बढ़ती है — कुछ पौधे ज्यादा ऊंचे हो जाते हैं जबकि कुछ छोटे रह जाते हैं। इसका सीधा असर फसल की एकरूपता और उत्पादन पर पड़ता है।
इसलिए, अगर आप चाहते हैं कि आपकी गेहूं की फसल ज्यादा उपज दे और दाने मजबूत हों, तो बुवाई के समय बीज और खाद को अलग-अलग डालें या फिर दो पेटी वाली सिंड्रिल मशीन का उपयोग करें। यह तरीका आजमाने वाले किसान बताते हैं कि उनकी पैदावार में 10 से 15 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।