सरसों की गिरिराज किस्म की खेती से होगी बंपर कमाई – किसानों के लिए सुनहरा मौका

किसान भाइयों और बहनों आज हम एक ऐसी खेती के बारे में बात करने जा रहे हैं जो आपके खाली खेतों को सोने की खान बना सकती है। खरीफ की फसलें अब कट चुकी हैं और खेत खाली पड़े हैं ऐसे समय में अगर आप सही फसल का चुनाव करें तो आने वाले महीनों में ताबड़तोड़ कमाई कर सकते हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं सरसों की खेती की और उसमें भी खासतौर पर गिरिराज किस्म की जो किसानों के लिए वरदान मानी जाती है।
सरसों की गिरिराज किस्म क्यों है खास
कब और कैसे करें खेती
रबी सीजन में सरसों की गिरिराज किस्म की खेती सबसे बेहतरीन मानी जाती है। अक्टूबर के महीने में इसकी बुवाई करना सबसे उपयुक्त समय होता है। इस किस्म को ऐसी मिट्टी में बोया जाना चाहिए जिसमें जल धारण क्षमता अच्छी हो ताकि पौधों को पर्याप्त नमी मिलती रहे। खेत की तैयारी अच्छे से करनी चाहिए और उसमें गोबर की खाद या कम्पोस्ट खाद मिलानी चाहिए। बुवाई से पहले बीज को थायोफिनेट या थिरम जैसी दवाओं से उपचारित करना जरूरी होता है ताकि फसल बीमारियों से सुरक्षित रह सके। लगभग 4 से 5 किलो बीज एक हेक्टेयर के लिए पर्याप्त होता है।
पैदावार और मुनाफा
गिरिराज सरसों की खेती का सबसे बड़ा फायदा इसकी बंपर उपज है। इस किस्म की फसल पकने में करीब 120 से 140 दिन का समय लेती है और जब तैयार होती है तो लगभग 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार देती है। इसकी शाखाओं में अच्छा फुटाव होता है जिससे उपज की गुणवत्ता भी बढ़ती है। यही वजह है कि किसान इसकी खेती से शानदार मुनाफा कमा सकते हैं। इसमें प्रोटीन, फाइबर और खनिजों की अच्छी मात्रा पाई जाती है जिसकी वजह से इसका बाजार भाव भी अच्छा मिलता है।
किसान भाई अगर आप खरीफ की कटाई के बाद खाली पड़े खेतों में कोई फसल बोने की सोच रहे हैं तो सरसों की गिरिराज किस्म आपके लिए सबसे सही विकल्प है। कम लागत, ज्यादा पैदावार और शानदार मुनाफा इसे किसानों की पसंदीदा फसल बना देता है।