M7 और AP3 किस्म की मटर की खेती से होगी बंपर कमाई

सितंबर का महीना किसानों के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस समय कई तरह की सब्जियों की बुवाई की जा सकती है। अगर किसान भाई अच्छी आमदनी करना चाहते हैं, तो इस सीजन में मटर की खेती सबसे बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। मटर की मांग हरे और सूखे दोनों रूपों में बनी […]
सितंबर का महीना किसानों के लिए बेहद खास होता है, क्योंकि इस समय कई तरह की सब्जियों की बुवाई की जा सकती है। अगर किसान भाई अच्छी आमदनी करना चाहते हैं, तो इस सीजन में मटर की खेती सबसे बेहतर विकल्प साबित हो सकती है। मटर की मांग हरे और सूखे दोनों रूपों में बनी रहती है, जिससे किसानों को बाजार में हमेशा अच्छा दाम मिलता है। सही किस्म का चुनाव, समय पर बुवाई, संतुलित खाद और नियमित सिंचाई से किसान एक ही सीजन में लाखों की कमाई कर सकते हैं।
मटर की फसल 50 से 55 दिनों में पहली तुड़ाई के लिए तैयार हो जाती है। इस दौरान खरपतवार नियंत्रण और हल्की सिंचाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। हरे मटर को लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है और सूखे मटर की भी बाजार में अच्छी मांग रहती है। इस समय हरे मटर का भाव लगभग ₹77 प्रति किलो और सूखे मटर का भाव करीब ₹44 प्रति किलो है।
अगर खर्च और मुनाफे की बात करें, तो एक एकड़ में मटर की खेती पर करीब ₹30,000 की लागत आती है। वहीं उत्पादन अच्छा होने पर किसान प्रति एकड़ 1.5 से 2 लाख रुपए तक की आमदनी कर सकते हैं। यही कारण है कि सितंबर महीने में मटर की खेती किसानों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद मानी जाती है।
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