जानसठ तहसील में किसानों का महासंग्राम, एसडीएम का घेराव और तीखी नोकझोंक, 3 दिन में समाधान का अल्टीमेटम
जानसठ (मुजफ्फरनगर)। तहसील क्षेत्र के गांवों में किसानों के हो रहे कथित उत्पीड़न और शोषण के खिलाफ सोमवार को किसान नेताओं ने आर-पार की हुंकार भरी। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने जानसठ तहसील मुख्यालय पर धावा बोल दिया। इस दौरान न केवल जोरदार नारेबाजी हुई, बल्कि आक्रोशित किसानों ने एसडीएम राजकुमार भारती को अपने बीच धरने पर बिठा लिया, जिससे घंटों तक गहमागहमी बनी रही।
हंगामे की सूचना पर पहुंचे एसडीएम राजकुमार भारती को किसानों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा। माहौल को गरमाता देख एसडीएम ने तत्काल संबंधित लेखपाल को मौके पर तलब किया और पूरे प्रकरण की रिपोर्ट ली। किसानों ने दोटूक चेतावनी दी कि यदि जल्द ही बुआई का रास्ता साफ नहीं हुआ, तो यह आंदोलन तहसील तक सीमित नहीं रहेगा। भारी दबाव के बीच एसडीएम ने एक विशेष टीम गठित करने की घोषणा की और आश्वासन दिया कि अगले तीन दिनों के भीतर मौके पर पैमाइश कराकर विवाद का स्थायी समाधान निकाला जाएगा। इसके बाद ही किसानों ने धरना समाप्त करने की घोषणा की।
धरने में मुख्य रूप से प्रदेश सचिव मोनू पवार, विपिन गुर्जर, ठाकुर जयपाल सिंह, अंकित जावला, विपिन त्यागी, बृजपाल, जसपाल, सतपाल, तरन्नुम, इरशाद, शेर सिंह पाल समेत भारी संख्या में महिला और पुरुष किसान मौजूद रहे।
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