मुजफ्फरनगर में 100 साल पुरानी निहालचंद पंचायती धर्मशाला पर भूमाफियाओं की नजर: रामगिरि महाराज ने सीएम योगी से लगाई गुहार

भूमाफियाओं का कब्जा: फर्जी कागजात और अवैध निर्माण
रामगिरि महाराज ने बताया कि निहालचंद पंचायती धर्मशाला, जो लगभग एक शताब्दी पुरानी है, शुक्रताल में धार्मिक और सामाजिक महत्व की जगह है। भूमाफियाओं ने इसकी 8 बीघा जमीन पर नजर गड़ाई है। उन्होंने कहा, "भूमाफिया फर्जी रसीदें बनवाकर जमीन के बिना में कर लिए हैं और दो बीघे के बजाय पूरे 8 बीघा पर कब्जा करना चाहते हैं। धर्मशाला में लगे पेड़ों को दबंगों ने 4 लाख रुपये में बेच दिया, जबकि 2 लाख रुपये के गटर भी अवैध रूप से बेचे गए।" महाराज ने चार दिन पहले जिलाधिकारी से मिलकर एसडीएम को फोन कर निर्माण रुकवाया था, लेकिन तीन दिन बाद फिर से अवैध निर्माण शुरू हो गया।
महाराज ने जिलाधिकारी को सौंपे गए पत्र में विस्तार से स्थिति बताई। उन्होंने कहा कि एसडीएम से लगातार बात करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे भूमाफियाओं का हौसला बढ़ रहा है। "यह धर्मशाला हिंदू समाज की धरोहर है, और इसका कब्जा छीन लिया जाना धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाएगा," महाराज ने कहा।
जिलाधिकारी कार्यालय में शिकायत: तत्काल कार्रवाई की मांग
शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे रामगिरि महाराज ने डीएम को अवैध निर्माण तत्काल रुकवाने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई न हुई तो वे सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय मांगेंगे। महाराज का कहना है कि भूमाफिया स्थानीय प्रशासन के संरक्षण में सक्रिय हैं, और फर्जी दस्तावेजों से प्लॉट काटकर बेचने की साजिश रच रहे हैं। "धर्मशाला की जमीन पर निर्माण रोकना जरूरी है, वरना यह पूरी तरह हाथ से निकल जाएगी," उन्होंने जोर देकर कहा।