उत्तर प्रदेश में शांति और सुरक्षा के नए युग के साथ यूपी की ग्रोथ स्टोरी की शुरुआत हुई - योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यूपी की ग्रोथ स्टोरी उन लोगों के लिए अविश्वसनीय है जिनमें पौरुष की कमी है। उत्तर प्रदेश में शांति और सुरक्षा का नया युग स्थापित किया, जिससे यूपी की ग्रोथ स्टोरी की शुरुआत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राजधानी में एक 'विकसित उत्तर प्रदेश विजन @ 2047' कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
इस अवसर पर उन्होंने नवरात्रि की शुभकामनाएं देते हुए '8 ईयर्स ऑफ यूपी गवर्नमेंट' पुस्तक का विमोचन किया और प्रदेश की प्रगति की कहानी को दमदारी से प्रस्तुत किया। उन्होंने पिछले साढ़े आठ वर्षों में उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा की चर्चा करते हुए परिवारवाद, जातिवाद और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को उजागर किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश बीमारू नहीं था, इसे परिवारवाद, जातिवाद और बीमारू मानसिकता वालों ने बीमारू बना दिया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी उन लोगों के लिए अविश्वसनीय है जो पौरुष की कमी और अपने पुरुषार्थ को करने से डरते थे। उन्होंने पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें अवसर तो मिला, लेकिन उन्होंने इसे परिवारवाद, लूट-खसोट और अराजकता का जरिया बना लिया। सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हमने ईश्वर और अपने पुरुषार्थ पर विश्वास के साथ उत्तर प्रदेश को बीमारू राज्य से बाहर निकाला।
आज यह ग्रोथ स्टोरी उस कहानी को आपके सामने लाएगी। सीएजी की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश 2023 में 37 हजार करोड़ रुपये के राजस्व अधिशेष (रेवेन्यू सरप्लस) वाला राज्य था और वर्तमान में यह बढ़कर 70 हजार करोड़ रुपये हो गया है। इतनी बड़ी आबादी वाला राज्य बिना किसी रुकावट के अपने सभी विकास कार्यों को तेजी से आगे बढ़ा रहा है। उन्होंने कहा कि परिवारवाद और जातिवाद की राजनीति ने यूपी के विकास को बाधित किया था। दंगों की आग में व्यापार को बर्बाद किया गया और भ्रष्ट व्यवस्था ने नौकरशाही को अपंग बना दिया था।
लेकिन आज हमने उस यूपी को फिर से भारत की अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया है। मुख्यमंत्री ने भारत की भौगोलिक और कृषि योग्यता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत दुनिया का सबसे सौभाग्यशाली देश है, जहां कुल भौगोलिक क्षेत्र का 60 फीसदी हिस्सा कृषि और मानव सभ्यता के लिए उपयुक्त है। उन्होंने तुलना करते हुए बताया कि रूस, चीन, अमेरिका जैसे बड़े देशों में केवल 20 फीसदी भूमि ही खेती और बसावट के लिए उपयुक्त है। योगी ने कहा कि अमेरिका भौगोलिक रूप से भारत से बड़ा है, लेकिन कृषि योग्य भूमि के मामले में हम बराबर हैं। भारत की उर्वर भूमि और प्राचीन सभ्यता ने इसे विश्व में अग्रणी बनाया था।
उन्होंने ऐतिहासिक दृष्टिकोण से बताया कि चंद्रगुप्त मौर्य के समय भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की 40 फीसदी थी, जो 11वीं सदी तक 30 फीसदी और 17वीं सदी तक 25 फीसदी रह गई। ब्रिटिश शासन ने भारत के लघु और कुटीर उद्योगों को नष्ट कर दिया और 32 ट्रिलियन डॉलर की संपत्ति लूटकर ले गए। योगी ने कहा कि विदेशी दासता ने हमें लूटा, लेकिन आज हम फिर से उभर रहे हैं। 1947 में भारत की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी केवल 2 फीसदी थी, जो 2014 तक 11वीं और अब चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है। इस वित्तीय वर्ष में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
उन्होंने कहा कि कृषि में हमारी क्षमता तीन गुना और बढ़ सकती है। हमने आधारशिला तैयार कर ली है, अब मजबूत इमारत बनाने का समय है। सीएम योगी ने जोर देकर कहा कि 2047 तक यूपी 6 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनेगा और यह नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का वर्ष होगा। उन्होंने अंत में कहा कि विकसित यूपी हमारा मंत्र और संकल्प है। यह हमारी दिनचर्या का हिस्सा होना चाहिए।