राजा भैया की बेटी राघवी का खुलासा: मां पर फर्जी मुकदमे, सीएम योगी से न्याय की गुहार

पारिवारिक कलह का नया अध्याय: बेटी का खुला विरोध
राघवी ने सीएम योगी से सीधे सवाल पूछा, "हम न्याय मांगते हैं, लेकिन यूपी में ऐसा करने पर 10 मुकदमे हो जाते हैं। बाहुबल, पैसा और सीएम के समर्थन से पिता मां का उत्पीड़न कर रहे हैं।" उन्होंने चेतावनी दी कि ये लोग मां को आसानी से मार देंगे, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कंट्रोल कर लेंगे या उन्हें पागल घोषित कर देंगे, और वे बहनें जिंदगी भर न्याय मांगती रहेंगी।
मां की सेहत पर गंभीर आरोप: डोमेस्टिक वायलेंस का दर्द
राघवी ने मां भानवी सिंह की स्वास्थ्य स्थिति का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि डोमेस्टिक वायलेंस में मां की रिब्स तोड़ दी गईं और फेफड़ों में खून चला गया, जिसकी हॉस्पिटल रिपोर्ट बदलवा दी गई। अब खून सूखकर 'पैच ऑफ ब्लड ऑन हर लंग्स' बन गया है, जिससे फेफड़ों का वह हिस्सा एक्सपैंड-कॉन्ट्रैक्ट नहीं कर पाता। रिब्स गलत जुड़ गई हैं, और एम्स दिल्ली की रिपोर्ट से यह परमानेंट डैमेज साबित होता है। राघवी ने कहा, "दिल्ली पुलिस जब लखनऊ में कार्रवाई के लिए गई, तो यूपी पुलिस के गनर्स ने दिनदहाड़े गवाहों को धमकाया और चुप कराया।"
हथियार जखीरा का सबूत: फिर भी मां पर केस
राघवी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मां ने सबूत दिए हैं कि राजा भैया के पास विदेशी हथियारों का जखीरा है। फिर भी, यूपी पुलिस और प्रशासन मां को ही परेशान कर रहा है। उन्होंने कहा, "यह सब सीएम योगी की सरकार के संरक्षण में हो रहा है। क्षत्रिय धर्म यह सब नहीं सिखाता।" यह बयान राजा भैया के खिलाफ पहले से चल रहे मामलों को नई तीव्रता देता है, जहां भानवी सिंह ने अवैध हथियार रखने की शिकायत पीएमओ को की थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। दिल्ली पुलिस ने मार्च 2025 में डोमेस्टिक एब्यूज के लिए राजा भैया के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जिसमें मौत की धमकियां भी शामिल हैं।
राजनीतिक निहितार्थ: विधायक की छवि पर सवाल
यह पारिवारिक विवाद राजा भैया की राजनीतिक छवि को प्रभावित कर सकता है। 2023 से चल रहे तलाक केस में राजा भैया ने पत्नी पर मेंटल क्रुएल्टी का आरोप लगाया था, जबकि भानवी ने घरेलू हिंसा और एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर्स का दावा किया। राघवी का बयान न केवल पारिवारिक कलह को उजागर करता है, बल्कि यूपी प्रशासन पर भी सवाल उठाता है। विपक्ष ने इसे न्याय व्यवस्था पर सवाल बताते हुए हस्तक्षेप की मांग की है। मामले की जांच जारी है, और राघवी ने न्याय के लिए उच्च न्यायालय जाने का संकेत दिया है।