मुजफ्फरनगर गांधी पॉलिटेक्निक में छात्रों का जोरदार हंगामा: सफाई न होने पर आक्रोश, प्रिंसिपल ने 10 अक्टूबर तक सफाई का आश्वासन दिया
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छात्रों का आक्रोश: तीन साल से सफाई का इंतजार
छात्रों ने बताया कि कॉलेज कैंपस में गंदगी का अंबार लग गया है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। हॉस्टल में सांप की घटना ने दहशत फैला दी, लेकिन प्रशासन ने छात्रों को बाहर कर हॉस्टल बंद कर दिया। एक छात्र ने कहा, "हम दूर के गांवों से आते हैं। हॉस्टल बंद होने से रहने की समस्या हो गई है। तीन साल से सफाई न होने से कैंपस कचरे का ढेर बन गया है। प्रिंसिपल ने वादा किया था, लेकिन झूठा साबित हुआ।" छात्रों ने नारेबाजी की और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की, जिससे कॉलेज में तनाव का माहौल बन गया।
कॉलेज के प्रिंसिपल राजीव सिंह ने रॉयल बुलेटिन को विशेष जानकारी देते हुए सफाई में देरी का कारण मानसून की लंबी अवधि बताया। उन्होंने कहा, "हॉस्टल की बिल्डिंग काफी पुरानी है। लगातार बारिश के कारण कोई अनहोनी न हो, इसलिए हॉस्टल को खाली करा लिया गया। कॉलेज में नियमित सफाई होती है, लेकिन इस बार मानसून ज्यादा लंबा खिंचने से देरी हो गई। हम 10 अक्टूबर से पहले पूरे कैंपस की साफ-सफाई पूरी कर देंगे।" प्रिंसिपल ने हॉस्टल की मरम्मत के लिए 50-60 लाख रुपये के बजट की आवश्यकता बताई और कहा कि इसके लिए उच्च अधिकारियों से संपर्क कर कार्रवाई की जा रही है।