मुजफ्फरनगर में 8 घंटे से अधिक काम, फिर भी वेतन में कटौती; संविदा बिजलीकर्मियों ने शोषण के खिलाफ उठाई आवाज़
मुजफ्फरनगर। जानसठ रोड स्थित 33/11 विद्युत उपकेंद्र पर बीसीएल सिक्योर प्राइम प्राइवेट लिमिटेड के तहत कार्यरत संविदा बिजलीकर्मियों ने अपने शोषण के खिलाफ एकजुट होकर आवाज़ उठाई है। कर्मचारियों ने निर्धारित 8 घंटे से अधिक काम लेने और अक्टूबर माह के वेतन में कटौती करने का गंभीर आरोप लगाते हुए अधिशासी अभियंता, खंड-प्रथम (टाउन हॉल) को एक ज्ञापन सौंपा है।
कर्मचारियों के मुख्य आरोप
संविदा कर्मचारियों ने ज्ञापन में अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि वे लंबे समय से आर्थिक और मानसिक शोषण का शिकार हो रहे हैं:
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अतिरिक्त काम: कर्मचारी निर्धारित 8 घंटे से भी अधिक समय तक काम करते हैं। आपातकालीन (इमरजेंसी) स्थिति में उन्हें दिन हो या रात, किसी भी समय बुला लिया जाता है।
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मानदेय का अभाव: इस अतिरिक्त काम के लिए उन्हें कोई अतिरिक्त मानदेय या ओवरटाइम शुल्क नहीं दिया जाता है।
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वेतन कटौती: इन सबके बावजूद, उन्हें अक्टूबर 2025 के महीने का वेतन भी एक से दस दिन तक काट कर दिया गया है।
विरोध और मांग
शोषण से आहत कर्मचारियों ने अब सामूहिक रूप से निर्णय लिया है और अधिशासी अभियंता से हस्तक्षेप की मांग की है:
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समय सीमा का पालन: कर्मचारियों ने निर्णय लिया है कि अब कोई भी कर्मचारी 8 घंटे से अधिक कार्य नहीं करेगा।
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अतिरिक्त मानदेय: यदि 8 घंटे के बाद अतिरिक्त काम लिया जाता है, तो उसका मानदेय या तो संबंधित अधिकारी स्वयं दें या कंपनी से दिलवाएं।
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कार्य समय निर्धारण: कर्मचारियों ने अधिशासी अभियंता से विनम्र प्रार्थना की है कि उनके काम करने का समय 8 घंटे निर्धारित किया जाए और अतिरिक्त समय के लिए अतिरिक्त मानदेय दिलाया जाए, ताकि विभाग का कार्य सुचारू रूप से चलता रहे।
कर्मचारियों ने उम्मीद जताई है कि अधिकारी उनकी समस्या पर जल्द ध्यान देकर उसका निराकरण करेंगे, जिससे उन्हें असुविधा न हो।
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