मुज़फ्फरनगर में प्रदूषण का कहर, सांस लेने में संकट , अस्पतालों में उमड़ी मरीजों की भीड़
मुजफ्फरनगर। जनपद में प्रदूषण का स्तर बढ़ने और मौसम में आए बदलाव ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित करना शुरू कर दिया है। शहर से लेकर देहात तक बढ़ते प्रदूषण के कारण लोगों के सामने 'सांसों का संकट' पैदा हो गया है। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि जिला अस्पताल से लेकर निजी क्लीनिकों तक में मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है। सबसे ज्यादा असर श्वसन तंत्र (Respiratory System) पर पड़ रहा है, जिसके चलते ओपीडी में आने वाले अधिकांश मरीज सांस लेने में तकलीफ और गले में संक्रमण की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि मौजूदा समय में खुले में सांस लेना भी जोखिम भरा हो गया है। सुबह उठते ही लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन महसूस हो रही है। चिकित्सकों ने परामर्श दिया है कि बहुत जरूरी न हो तो सुबह के समय घर से बाहर न निकलें। बढ़ते प्रदूषण से बचने के लिए मास्क का प्रयोग करें, गर्म पानी का सेवन करें और ठंड से बचाव रखें। खासकर बुजुर्गों और बच्चों के लिए यह मौसम और प्रदूषण का मेल अत्यधिक घातक साबित हो सकता है।
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