AI से IT सेवाओं में मंदी का खतरा: 2030 तक 20% राजस्व गिरावट का अनुमान, मिड-साइज IT कंपनियों पर असर ज्यादा

AI Impact: जेफरीज की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के चलते वर्ष 2025 से 2030 के बीच वैश्विक आईटी सेवा क्षेत्र में लगभग 20 फीसदी राजस्व में गिरावट आ सकती है। रिपोर्ट में विशेष रूप से यह चेतावनी दी गई है कि मिड-साइज आईटी कंपनियों पर यह असर बड़ी कंपनियों की तुलना में ज्यादा देखने को मिलेगा।
किन सेवाओं पर पड़ेगा सबसे अधिक असर
मंदी के प्रमुख कारण
रिपोर्ट में तीन मुख्य कारण बताए गए हैं:
नई आईटी खर्च पर रोक: कंपनियां आशंकित हैं कि तेजी से बढ़ती एआई तकनीक उनके निवेश को जल्दी अप्रासंगिक बना सकती है।
राजस्व में गिरावट: एआई से होने वाली उत्पादकता बढ़ोतरी 2025-30 के दौरान मौजूदा आईटी सेवाओं के राजस्व का लगभग पांचवां हिस्सा कम कर सकती है।
पिछले निवेश से अधूरे लाभ: 2021-24 के बीच एंटरप्राइजेज ने हर साल लगभग 280 अरब डॉलर अतिरिक्त तकनीकी खर्च किया, लेकिन अब तक ग्राहकों को इससे पूरा लाभ नहीं मिला।
वित्त वर्ष 2027 में पड़ेगा अधिक असर
रिपोर्ट के अनुसार, एआई से होने वाली राजस्व गिरावट वित्त वर्ष 2027 के शुरुआती वर्षों में ज्यादा असर डाल सकती है। वहीं, एआई से होने वाला नया खर्च लंबे समय में ही तेजी पकड़ पाएगा। इस गिरावट से 2024-29 के दौरान आईटी सेवाओं की ग्रोथ केवल 1.5 से 3 फीसदी CAGR तक सीमित रह सकती है।
गैर-एआई संबंधित आईटी सेवाओं की संभावित वृद्धि
गैर-एआई संबंधित आईटी सेवाओं में केवल 1-3 फीसदी सालाना वृद्धि का अनुमान है। इसका मतलब है कि कुल आईटी सेवाओं पर खर्च बढ़ेगा, लेकिन यह पहले जैसी तेज वृद्धि नहीं होगी।
मिड-साइज IT कंपनियों को होगा ज्यादा नुकसान
रिपोर्ट के मुताबिक, मिड-साइज आईटी कंपनियों पर एआई से राजस्व गिरावट का खतरा बड़ी कंपनियों की तुलना में अधिक है। हालांकि, ये कंपनियां नए अवसरों के कारण बेहतर ग्रोथ देने की स्थिति में भी हैं। एआई-जनित चुनौतियों के बावजूद मिड-साइज फर्म्स उच्च वृद्धि दर्ज कर सकती हैं और मार्केट शेयर हासिल कर सकती हैं।