डासना महंत का विवादास्पद बयान: मुस्लिम डॉक्टरों के बहिष्कार का आह्वान, चैनल ने किया विरोध
गाजियाबाद। गाजियाबाद स्थित डासना मंदिर के श्रीपंचचम जूना अखाड़ा के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि ने दिल्ली के लाल किले के पास हुए कार बम विस्फोट में निर्दोष नागरिकों की मौत पर एक विवादास्पद बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में मुस्लिम डॉक्टरों का पूर्ण बहिष्कार करने का आह्वान किया।
यति नरसिंहानंद गिरि ने कहा कि "हम हिंदू अपने बच्चों व अपने परिजनों को मुस्लिम डॉक्टर के भरोसे छोड़ देते हैं। हमें यह विश्वास होता है कि डॉक्टर उन्हें ठीक करेंगे।" लेकिन उन्होंने आरोप लगाया कि अब उन्होंने मुस्लिम डॉक्टरों का ऐसा भयानक रूप देखा है, जिसमें डॉक्टर आरडीएक्स और बड़े-बड़े हथियार इकट्ठा करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि "हमने सुना तो था कि श्रीलंका और इंडोनेशिया में मुस्लिम डॉक्टर ऐसा कर रहे हैं, लेकिन हमने पहली बार खुलकर देखा कि किस तरह मुस्लिम डॉक्टर जानवर बनकर हम हिंदुओं का नरसंहार करना चाहते हैं।
इलाज न कराने की अपील
महंत ने कहा कि कई बार खबरें आई थीं कि बड़े-बड़े लोग जो मुसलमान डॉक्टर के पास ट्रीटमेंट के लिए गए और मारे गए, वे लोग दबी जुबान से बात करते थे।
उन्होंने भारत में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोगों से जांच करने का अनुरोध किया। साथ ही, सभी हिंदुओं से अनुरोध किया कि "चाहे कितनी इमरजेंसी क्यों न हो, कभी भी किसी मुसलमान डॉक्टर से अपना इलाज मत करवाइए।" उन्होंने आशंका जताई कि कोई नहीं जानता कि मुस्लिम डॉक्टर कब कैसा इंजेक्शन लगा देगा या गलत दवाई दे देगा।
चैनल ने किया बयान का विरोध
इस विवादास्पद आह्वान के बावजूद, रिपोर्टिंग चैनल ने महंत के इस बयान का कड़ा विरोध किया है। चैनल ने स्पष्ट किया कि वह कुछ मुट्ठी भर लोगों के इस कदम का विरोध करता है, न कि किसी विशेष जाति का।
चैनल ने सभी देशवासियों – हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई – से एकजुट होकर इस आतंकवाद से लड़ने की अपील की, जिससे देश सुख, शांति और तरक्की की राह पर आगे बढ़ सके।
