अरबपतियों की लिस्ट में नोएडा सबसे आगे, 800 किसान भी करोड़पति क्लब में शामिल

नोएडा। उत्तर प्रदेश के रेवेन्यू सरप्लस जिलों की सूची में सबसे ऊपर रहने वाला नोएडा अब राज्य में अरबपतियों के मामले में भी पहले पायदान पर पहुंच गया है। मर्सडीज-बेंज और हुरुन इंटरनेशनल द्वारा जारी ताजा सर्वे के अनुसार, उत्तर प्रदेश में कुल 36 अरबपतियों को सूची में शामिल किया गया है, जिनमें सबसे अधिक उद्योगपति नोएडा से हैं।
लखनऊ, कानपुर, गाजियाबाद और आगरा जैसे शहर भी इस सूची में अहम भूमिका निभा रहे हैं। लखनऊ में सबसे ज्यादा करोड़पति हैं, जिनकी संख्या लगभग 2,900 है। इसके बाद क्रमशः कानपुर, नोएडा, गाजियाबाद, मुरादाबाद, अलीगढ़, आगरा, मेरठ, अयोध्या, वाराणसी, गोरखपुर और झांसी आते हैं।
नोएडा में 10 करोड़ रुपये से अधिक संपत्ति रखने वाले करोड़पतियों की संख्या लगभग ढाई हजार है। खास बात यह है कि इनमें से लगभग 800 करोड़पति वे किसान हैं, जिनकी जमीनें नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना अथॉरिटी द्वारा अधिग्रहित की गई थीं। इन किसानों को सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा दिया गया, जिससे वे अचानक संपन्न वर्ग में शामिल हो गए।
इस आर्थिक उछाल के पीछे नोएडा और उसके आसपास के इलाकों का तीव्र विकास और औद्योगिक विस्तार अहम कारण है। ज़मीनी मुआवजा, रियल एस्टेट में उछाल और व्यवसायिक अवसरों ने यहां की आम जनता, खासकर किसानों को भी धनाढ्य बना दिया है।
नोएडा के जिन प्रमुख उद्योगपतियों ने अरबपतियों की सूची में जगह बनाई है, उनमें हितेश ओबेराय, दिनेश बंद अग्रवाल, याशीश दहिया, बृजेश अग्रवाल, रोहित गंगालिक, अंकित गुधा, रितेश मलिक, सौरभ कुमार, अंकुर वारिकू और संदीप अग्रवाल शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश की आर्थिक तस्वीर तेजी से बदल रही है। यह रिपोर्ट इस बात का संकेत है कि अब प्रदेश केवल कृषि या पारंपरिक व्यापार पर निर्भर नहीं, बल्कि एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति के रूप में भी पहचान बना रहा है।