दशहरा पर हाई अलर्ट: बरेली मंडल के चार जिलों में कड़े सुरक्षा इंतज़ाम, इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित

बरेली। दशहरे के पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए बरेली मंडल के चार जिलों — बरेली, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायूं में सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। हालिया हिंसक घटनाओं को देखते हुए इन जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ की तैनाती की गई है, वहीं ड्रोन कैमरों के जरिए लगातार निगरानी रखी जा रही है।
इंटरनेट सेवाएं बंद
अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार 2 अक्टूबर दोपहर 3 बजे से इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं। यह प्रतिबंध शनिवार दोपहर तक लागू रहेगा। इससे पहले भी जिले में इंटरनेट 48 घंटे के लिए बंद किया गया था, जिससे अफवाहों को फैलने से रोका जा सके।
गत शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बरेली के कोतवाली क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद के बाहर करीब दो हजार से ज्यादा लोग जमा हो गए थे। इस दौरान हुए पथराव और लाठीचार्ज में कुछ पुलिसकर्मी और कई आम लोग घायल हो गए थे।
यह घटना 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद के बाद सामने आई थी, जिसे लेकर इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खां ने प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को रद्द कर दिया था, लेकिन फिर भी हिंसा भड़क उठी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संवेदनशील इलाकों में सशस्त्र बलों की तैनाती कर दी गई है। ड्रोन कैमरों के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। रामलीला, दुर्गा पूजा मेले और रावण दहन जैसे आयोजनों के दौरान विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
मंडलायुक्त चौधरी ने कहा, "शरारती तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। जिले के सभी अफसरों को अलर्ट पर रखा गया है। खुफिया एजेंसियों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।"
प्रशासन की कोशिश है कि विजयादशमी और उससे जुड़े सभी कार्यक्रम शांतिपूर्वक संपन्न हों। इसके लिए हर स्तर पर सुरक्षा के बंदोबस्त किए जा रहे हैं और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में अधिकारियों की विशेष ड्यूटी लगाई गई है ताकि दशहरा का पर्व सौहार्दपूर्ण वातावरण में मनाया जा सके।