नोएडा की डीएम मेधा रूपम का ऐलान – “जब तक एक भी फरियादी है, मेरा काम अधूरा है”

नोएडा। गौतमबुद्धनगर की जिलाधिकारी मेधा रूपम ने शुक्रवार को एक बड़ी और जनता को राहत देने वाली घोषणा करते हुए कहा कि जिले का एक भी फरियादी तब तक उनके लिए प्राथमिकता है, जब तक उसकी समस्या का समाधान नहीं हो जाता।
मेधा रूपम ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सर्वोच्च प्राथमिकता जनता की सेवा है, और उन्हीं के निर्देशों के तहत वह खुद को पूरी तरह जनता की सेवा में समर्पित मानती हैं।
जनता की सेवा ही प्राथमिकता
"जब तक जिले का एक भी व्यक्ति अपनी समस्या लेकर मेरे पास आता है, तब तक मेरा काम अधूरा है," — यह बयान मेधा रूपम ने चेतना मंच से विशेष बातचीत में दिया।
उन्होंने कहा कि वह हर दिन ग्रेटर नोएडा स्थित कलेक्ट्रेट में लोगों की शिकायतें सुनती हैं और त्वरित समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश देती हैं।
मेधा रूपम: IAS से पहले शूटिंग की स्टार
नोएडा की डीएम बनने से पहले मेधा रूपम एक राष्ट्रीय स्तर की शूटर रही हैं। उन्होंने केरल स्टेट शूटिंग चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का खिताब जीता और आधा दर्जन से अधिक गोल्ड मेडल अपने नाम किए।
वह IAS की 2014 बैच की अधिकारी हैं और UPSC 2013 में 10वीं रैंक हासिल कर चुकी हैं।
उनकी पढ़ाई केरल में हुई जहां उनके पिता ज्ञानेश कुमार गुप्ता, जो वर्तमान में भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं, वहां तैनात थे। उन्होंने आगे की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से की।