'बढ़ियां तो हैं नीतीशे कुमार', 71 का फार्मूला बना एनडीए को 'किक स्टार्ट' दें गईं बिहार की महिलाएं

On

 नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे थोड़ी देर में प्रदेश की राजनीति की पूरी तस्वीर साफ करने वाले हैं। इससे पहले रुझानों में एनडीए को बड़ा बहुमत मिलता दिख रहा है। लोकसभा चुनाव की तरह इस बार बिहार में जनता महागठबंधन की बात से इत्तेफाक रखती नजर नहीं आ रही है।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पिछले 63 सालों का रिकॉर्ड ब्रेक हुआ और प्रदेश में 67 प्रतिशत मतदाता सरकार चुनने के लिए मतदान केंद्र तक पहुंचे। इसे स्वतंत्र भारत के इतिहास का सबसे बड़ा जनमत कहना अतिशयोक्ति नहीं होगा। लेकिन, हैरानी की बात यह है कि इसमें से महिलाओं के मतदान का प्रतिशत 71 रहा है जो अपने आप में नया रिकॉर्ड है। जबकि पुरुषों का मतदान प्रतिशत इससे लगभग 10 प्रतिशत कम रहा। बिहार में महिलाओं का ज्यादा मतदान प्रतिशत 'बढ़ियां तो हैं नीतीशे कुमार' वाले स्लोगन को साकार करने में अहम भूमिका अदा करती नजर आई। नीतीश कुमार के लगभग दो दशक के कार्यकाल में महिला सशक्तिकरण पर लगातार जोर दिया गया और इनको लक्ष्य बनाकर कई कल्याणकारी योजनाएं लॉन्च भी की गईं।

और पढ़ें बिहार चुनाव : 'एनडीए की सरकार बनना तय था’, मतगणना में रुझान पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी

इस चुनाव की घोषणा से ठीक पहले सितंबर में मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत हुई और बिहार भर की महिलाओं को 10,000 रुपये की राशि हस्तांतरित की गई। इसके साथ ही बिहार देश का पहला प्रदेश है जहां पंचायती राज व्यवस्था में महिलाओं को पहली बार आरक्षण मिल पाया और उनकी बेहतर भागीदारी सुनिश्चित की जा सकी। इसके साथ ही बिहार में 2016 के बाद से जारी शराबबंदी ने प्रदेश की महिला मतदाताओं के दिल में नीतीश सरकार के प्रति एक अलग स्थान बना दिया है। बिहार में महिलाएं जीवनयापन के लिए थोड़ा कष्ट सहने को तैयार हैं लेकिन शराब की वजह से घर की कलह और टूटते परिवार को देख पाना उनके लिए नामुमकिन है। ऐसे में नीतीश सरकार पर महिलाओं का भरोसा चुनाव दर चुनाव बढ़ता गया।

और पढ़ें बांग्लादेश: आईसीटी-1 17 नवंबर को शेख हसीना और सहयोगियों पर फैसला सुनाएगा

बिहार में महिलाओं के लिए नीतीश सरकार की सोच एक बार देखिए छात्रवृत्ति, आरक्षण, छात्राओं के लिए साइकिल और पोशाक योजना, स्वयं सहायता समूहों के जरिए रोजगार, उद्योग के लिए सहायता राशि और हाल ही में महिलाओं को सीधे बैंक खाते में 10 हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि। बिहार में सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33 फीसदी और पंचायती राज में 50 आरक्षण का प्रावधान, जिसकी वजह से प्रदेश में पुरुषों की तुलना में महिलाएं पहले से अधिक आत्मनिर्भर और जागरूक हुई हैं। इस बार तो मतदान के दौरान बिहार में महिलाओं में पुरुषों के मुकाबले राजनीतिक चेतना ज्यादा बेहतर नजर आई। इस बार महिलाओं ने किसी के कहने पर नहीं बल्कि अपने निर्णय से वोट किया।

और पढ़ें आगरा में 'आईएएस' की तैयारी के नाम पर आठ साल में 20 लाख की ठगी, कर्जदार पीड़ित परिवार ने दर्ज कराई FIR

एक और बात पर गौर कीजिए बिहार देश का पहला राज्य है जहां 31 लाख से अधिक जीविका दीदियां हैं जो लखपति हैं। इन जीविका दीदियों को लखपति बनाने की योजना नीतीश सरकार में 2023 में शुरू हुई थी। जब 2020 में उनकी कमाई इससे कहीं कम थी तब भी उन्होंने नीतीश कुमार का समर्थन किया। अब जब 31 लाख से अधिक लखपति दीदियां हो गई हैं तो जाहिर उन्होंने 2025 में अधिक मजबूती से नीतीश कुमार का समर्थन किया होगा। ऐसा में यह साफ हो गया कि महिला वोटरों के उत्साह ने सत्ता विरोधी लहर को काट कर नतीजों की दिशा नीतीश कुमार की तरफ मोड़ दी। इस चुनाव में बिहार से एक ऐसा आंकड़ा सामने आया जो हैरान करने वाला था। दरअसल, बिहार में एसआईआर के बाद पुरुष मतदाताओं की तुलना में महिला मतदाताओं का पंजीकृत आधार छोटा दिखा लेकिन इसके बावजूद कुल मतदान में महिलाओं की हिस्सेदारी पुरुषों से कहीं ज्यादा होगा चौंकाने के लिए काफी था। वैसे राजनीति के जानकार और राजनीतिक विश्लेषक के साथ चुनाव को करीब से समझने और देखने वाले लोग हमेशा से मानते हैं कि जब इतने बड़े स्तर पर जब वोटिंग होती है, तो हमेशा व्यवस्था के खिलाफ होती है।

पांच या दस प्रतिशत के बीच वोटर चुनाव में मतदान करने के लिए ज्यादा आगे आते हैं तो कहा जाता है कि हो सकता है कि सत्ता पक्ष के साथ हों। लेकिन, जब भी 10 प्रतिशत और उसके ऊपर वोटर बूथ तक पहुंचते हैं। उसके बाद कयास लगाया जाता है कि वहां जनता जरूर बदलाव के मूड में है। ऐसे में एक बात बिहार चुनाव परिणाम से तो साफ पता चल रहा है कि बिहार चुनाव में लगभग 10 प्रतिशत का अंतर महिलाओं की बढ़ती राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित कर रहा है, जो संभवतः महिला-केंद्रित कल्याणकारी योजनाओं और नकद हस्तांतरण के वादों से प्रभावित है।

इसके साथ ही दीपावली और आस्था के महापर्व छठ के दौरान 12,000 से अधिक विशेष रेलगाड़ियां का परिचालन भी एक कारण हो सकता है कि क्योंकि बिहार तक बाहर रह रहे प्रदेश के मतदाताओं का पहुंचना सुलभ हो पाया। हालांकि नीतीश सरकार के प्रति महिलाओं का यह भरोसा चुनाव दर चुनाव बढ़ता जा रहा है। 2010 से लगातार चार बिहार विधानसभा चुनावों में महिलाएं पुरुषों से अधिक मतदान कर रही हैं। पहले जहां महिलाएं 50 प्रतिशत तक ही वोट डालती थीं, वहीं अब 70 प्रतिशत से ऊपर का आंकड़ा पार कर चुकी हैं।

इसे आप सिर्फ बिहार का सामाजिक परिवर्तन नहीं मानें, बल्कि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी बड़ी उपलब्धि है। ऐसे में बिहार की राजनीति की समझ रखने वाले लोगों की मानें तो इस विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने सिर्फ मतदान का आंकड़ा नहीं बढ़ाया, बल्कि चुनाव के नतीजों की दिशा तय करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह बदलाव बिहार की राजनीति में निर्णायक साबित हुई, क्योंकि महिला मतदाताओं ने हर दल के चुनावी समीकरण को प्रभावित किया। 

लेखक के बारे में

नवीनतम

बाल दिवस पर ‘लायंस क्लब मुजफ्फरनगर कात्यायनी’ द्वारा भव्य कार्निवल का आयोजन

मुजफ्फरनगर। लायंस क्लब मुजफ्फरनगर कात्यायनी की महिला सदस्यों ने बाल दिवस के अवसर पर आवास विकास कॉलोनी स्थित शकुंतलम मंदिर...
मुज़फ़्फ़रनगर 
बाल दिवस पर ‘लायंस क्लब मुजफ्फरनगर कात्यायनी’ द्वारा भव्य कार्निवल का आयोजन

संभल जामा मस्जिद में एएसआई टीम से दुर्व्यवहार: इंतजामिया कमेटी पर गंभीर धाराओं में केस, निरीक्षण अधर में लटका

Sambhal News: संभल की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI)...
उत्तर प्रदेश  मुरादाबाद 
संभल जामा मस्जिद में एएसआई टीम से दुर्व्यवहार: इंतजामिया कमेटी पर गंभीर धाराओं में केस, निरीक्षण अधर में लटका

दैनिक राशिफल- 17 नवंबर 2025, सोमवार

मेष- किसी से कहासुनी न हो यह ध्यान रहे। लाभकारी गतिविधियों में सक्रियता रहेगी। कुछ एकाग्रता की प्रवृत्ति बनेगी। कामकाज...
धर्म ज्योतिष  राशिफल 
दैनिक राशिफल- 17 नवंबर 2025, सोमवार

परमात्मा की शरण में सुख की खोज

पवित्र आत्माओं से निवेदन है कि वे परमात्मा के निकट जाकर बैठें। हाथ जोड़ें या न जोड़ें, बोलें या न...
धर्म ज्योतिष  अनमोल वचन 
परमात्मा की शरण में सुख की खोज

फादरसन पब्लिक स्कूल की वार्षिक स्पोर्ट्स मीट 2025-26 में बच्चों का दमदार प्रदर्शन, मार्च-पास्ट से लेकर टग ऑफ वॉर तक दिखी जोश की गूंज

Bijnor News: फादरसन पब्लिक स्कूल में वार्षिक स्पोर्ट्स मीट 2025-26 का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें उत्साह और उमंग का...
उत्तर प्रदेश  बिजनौर 
फादरसन पब्लिक स्कूल की वार्षिक स्पोर्ट्स मीट 2025-26 में बच्चों का दमदार प्रदर्शन, मार्च-पास्ट से लेकर टग ऑफ वॉर तक दिखी जोश की गूंज

उत्तर प्रदेश

संभल जामा मस्जिद में एएसआई टीम से दुर्व्यवहार: इंतजामिया कमेटी पर गंभीर धाराओं में केस, निरीक्षण अधर में लटका

Sambhal News: संभल की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में सोमवार को उस समय हड़कंप मच गया जब पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (ASI)...
उत्तर प्रदेश  मुरादाबाद 
संभल जामा मस्जिद में एएसआई टीम से दुर्व्यवहार: इंतजामिया कमेटी पर गंभीर धाराओं में केस, निरीक्षण अधर में लटका

फादरसन पब्लिक स्कूल की वार्षिक स्पोर्ट्स मीट 2025-26 में बच्चों का दमदार प्रदर्शन, मार्च-पास्ट से लेकर टग ऑफ वॉर तक दिखी जोश की गूंज

Bijnor News: फादरसन पब्लिक स्कूल में वार्षिक स्पोर्ट्स मीट 2025-26 का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें उत्साह और उमंग का...
उत्तर प्रदेश  बिजनौर 
फादरसन पब्लिक स्कूल की वार्षिक स्पोर्ट्स मीट 2025-26 में बच्चों का दमदार प्रदर्शन, मार्च-पास्ट से लेकर टग ऑफ वॉर तक दिखी जोश की गूंज

दिल्ली बम ब्लास्ट पर कांग्रेस का हमला तेज: अजय राय बोले- ‘सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह फेल’, पीड़ित परिवारों के लिए बढ़ी आर्थिक मदद की मांग

Amroha News: दिल्ली बम ब्लास्ट को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने केंद्र सरकार को पूरी तरह विफल बताया...
उत्तर प्रदेश  मुरादाबाद 
दिल्ली बम ब्लास्ट पर कांग्रेस का हमला तेज: अजय राय बोले- ‘सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह फेल’, पीड़ित परिवारों के लिए बढ़ी आर्थिक मदद की मांग

यूपी में 600 करोड़ की GST चोरी का खुलासा: 45 जिलों के 147 केसों पर निगरानी, पांच IPS अफसरों को मिली बड़ी जिम्मेदारी

Moradabad News: उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद में दर्ज 600 करोड़ से अधिक की जीएसटी चोरी के संवेदनशील मामले ने सरकार...
उत्तर प्रदेश  मुरादाबाद 
यूपी में 600 करोड़ की GST चोरी का खुलासा: 45 जिलों के 147 केसों पर निगरानी, पांच IPS अफसरों को मिली बड़ी जिम्मेदारी