जिन्हें कभी कोसा गया, आज उन्हीं के साथ लगाए जिंदाबाद के नारे: बिहार की राजनीति का दिलचस्प सफर

Bihar News: बिहार की राजनीति में कई ऐसे चेहरे हैं जिन्हें कभी कोसा गया, लेकिन बाद में उन्हीं नेताओं के साथ जिंदाबाद के नारे गूंजे। इस श्रेणी में कई पुराने दलीय प्रत्याशी शामिल हैं। इन दिनों एआईएमआईएम विधायक अख्तरउल ईमान चर्चा में हैं। वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में वे राजद प्रत्याशी के रूप में जीते थे और बाद में अलग पार्टी से अपनी पहचान बनाई।
राजद से जदयू तक का सफर
मंत्री और नेताओं का दल बदल
बिहार सरकार में उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने 2005 में जदयू टिकट से जीत दर्ज की थी, जबकि 2015 में भाजपा प्रत्याशी बनकर विधायक बने। इसी तरह मंत्री नीरज सिंह बबलू भी 2005 में जदयू विधायक थे और 2015 में भाजपा के टिकट पर पहुंचे विधानसभा।
जदयू अध्यक्ष का दिलचस्प राजनीतिक सफर
जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने 2005 में जंदाहा से राजद प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा था, लेकिन 2015 में महनार से जदयू प्रत्याशी बनकर जीत हासिल की।
परसा सीट का दिलचस्प समीकरण
सारण जिले की परसा विधानसभा सीट का राजनीतिक इतिहास बेहद दिलचस्प है। वर्ष 2015 में प्रत्याशी राजद टिकट पर जीते और 2020 में जदयू प्रत्याशी के रूप में हार गए। यहां छोटेलाल राय ने कभी लोजपा से जीत दर्ज की थी और बाद में राजद प्रत्याशी के रूप में भी सफलता पाई।
बसपा से जदयू तक
राजपुर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संतोष कुमार निराला को जदयू प्रत्याशी घोषित किया। दिलचस्प यह है कि 2005 में उन्होंने बसपा टिकट से चुनाव लड़ा था और 2015 में जदयू उम्मीदवार बने। इसी तरह महेश्वर हजारी 2005 में लोजपा टिकट से जीते और 2015 में जदयू उम्मीदवार के रूप में विजय प्राप्त की।
रुपौली और ढाका से जुड़े बदलाव
बीमा भारती ने 2005 में राजद टिकट पर चुनाव लड़ा और बाद में जदयू प्रत्याशी के रूप में जीत हासिल की। रुपौली से एक समय लोजपा प्रत्याशी शंकर सिंह भी विधायक बने। वहीं, भाजपा विधायक पवन जायसवाल ने 2005 में ढाका से लोजपा टिकट पर किस्मत आजमाई थी।
स्थिर राजनीति के चेहरे
हालांकि बिहार में कुछ ऐसे नेता भी हैं जिन पर हवा का कोई असर नहीं हुआ। इनमें बिजेंद्र प्रसाद यादव, नरेंद्र नारायण यादव, हरिनारायण सिंह, श्रवण कुमार और गोपाल मंडल शामिल हैं। दो दशक से इन नेताओं को चुनावी चुनौती जरूर मिली, लेकिन जीत का सेहरा हमेशा उनके ही सिर बंधा।