हरियाणा में स्वदेशी जागरूकता अभियान: मिट्टी के दीयों और खादी से आत्मनिर्भर भारत की राह

Haryana News: हरियाणा सरकार राज्य में स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने के लिए एक व्यापक कार्ययोजना तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि दीपावली पर विदेशी लाइटों के स्थान पर मिट्टी के दीयों का उपयोग करने और महिलाओं को स्वदेशी उत्पादों की बिक्री के लिए प्रोत्साहित करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। युवाओं को उद्यमी बनाने और उन्हें स्टार्टअप योजना व मुद्रा योजना का लाभ दिलाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
दीपावली और त्योहारों में स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा
युवाओं और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की पहल
युवाओं को नौकरियां लेने के बजाय नौकरियां देने वाले बनाया जाएगा। किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने और खाद्य प्रसंस्करण में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा। एक एकड़ प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को गाय पालने के लिए 30,000 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। साथ ही, व्यापारी और कारीगर स्वदेशी उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा देंगे।
आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथयात्रा और कार्यक्रम
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की अगुवाई में राज्यभर में आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथयात्रा निकाली जाएगी। रथयात्रा के दौरान स्वदेशी जागरूकता फैलाने के लिए सेमिनार, सम्मेलनों और संवाद गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान में स्थानीय कारीगर, शिल्पकार, उद्यमी और किसान सक्रिय रूप से भाग लेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत मंत्र
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि इस अभियान का लक्ष्य भारत को विकसित देश बनाना है। यह अभियान तीन स्तंभों—स्वदेशी, स्वभाषा और स्वभूषा—पर आधारित है। इन स्तंभों को मजबूत कर ही गुलामी की मानसिकता के हर निशान को मिटाया जा सकता है। सच्ची आत्मनिर्भरता केवल आर्थिक नहीं, बल्कि मानसिक और सांस्कृतिक भी होती है।
हरियाणा में स्वदेशी का संदेश हर घर तक
नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा की धरती परिश्रम और उद्यम की धरती है। राज्य के प्रत्येक जिले में स्वदेशी जागरूकता अभियान और आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान व्यापारियों, कारीगरों, किसानों और युवाओं को सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा ताकि स्वदेशी अपनाने का संदेश घर-घर तक पहुंचे।