समोसे वालों की पदयात्रा! धीरेंद्र शास्त्री बोले — भक्ति में लीन नहीं, प्लेट में लीन हैं लोग!
बागेश्वर धाम। जहाँ एक ओर बागेश्वर धाम प्रमुख धीरेंद्र शास्त्री अपने भक्तों के साथ पदयात्रा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर भक्ति की इस राह में 'भूख' का एक नया और स्वादिष्ट मोड़ आ गया है। इस पदयात्रा की सबसे अनूठी खबर यह है कि भक्त अब अध्यात्म से पहले चाट-पकौड़ी और समोसे के दर्शन करने में ज़्यादा तेज़ी दिखा रहे हैं!
पदयात्रा के दौरान भक्तों का उत्साह तो चरम पर है, लेकिन उनकी प्राथमिकताएं थोड़ी बदल गई हैं। धीरेंद्र शास्त्री जी ने खुद इस स्थिति को मज़ाकिया अंदाज़ में साझा किया है।
धीरेंद्र शास्त्री ने भक्तों की इस तेज़ी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि "कुछ यात्री ऐसे होशियार हैं, जो भगवान से पहले जलपान तक पहुँच जाते हैं।" उनका इशारा साफ था कि भक्ति पीछे छूट रही है और भक्तों की भूख आगे निकल गई है। भक्तों की गति ऐसी है कि वे स्प्रिंटर्स को भी शर्मिंदा कर दें। बाबा के अनुसार, वे ‘हर हर महादेव’ बोलते हैं, लेकिन उनकी मंज़िल जल्द से जल्द ‘हर हर समोसा’ या जलपान स्थल तक पहुँचना होती है।
बाबा ने अपनी परेशानी व्यक्त करते हुए बताया कि पदयात्रा में कुछ यात्री इतने 'होशियार' हैं कि वे आगे निकल जाते हैं और जलपान वाली जगह से सारा चाट-पकौड़ी और समोसा तुरंत ही चट कर जाते हैं!
भक्तों का मानना है कि बाबा के दर्शन तो रोज़ होते हैं, लेकिन चटपटी चाट-पकौड़ी का दर्शन तो पलभर का होता है, इसलिए इसे गंवाना नहीं चाहिए।
बागेश्वर धाम की यह पदयात्रा, जहाँ भक्ति और आस्था का माहौल है, वहीं समोसे और पकौड़ी की सुगंध ने इसे एक ‘स्वादिष्ट’ और मनोरंजक आयाम दे दिया है।
