गुना में जमीनी विवाद ने छीनी तीन बेटियों से पिता की छांव - भाजपा नेता ने किसान को पीट-पीटकर जीप से कुचला
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के गुना जिले के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम गणेशपुरा में जमीन विवाद को लेकर रविवार को एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई। गांव के किसान रामस्वरूप नागर की भाजपा नेता महेंद्र नागर और उसके साथियों ने बेरहमी से हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि विवाद पुरानी जमीन खरीद-बिक्री से जुड़ा था, जो धीरे-धीरे व्यक्तिगत रंजिश में बदल गया। आरोपी न सिर्फ लाठी-डंडों से किसान को पीटते रहे बल्कि बाद में उस पर जीप भी चढ़ा दी।
हमले में शामिल थी पूरी टोली
परिवार वालों पर भी टूटा कहर
जब किसान की पत्नी, बेटियां और मामा राजेंद्र नागर मौके पर पहुंचे, तो आरोपियों ने उनके साथ भी मारपीट की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, किसान की दो नाबालिग बेटियों के कपड़े तक फाड़ दिए गए और उन्हें सड़क पर घसीटा गया। यह घटना इतनी भयानक थी कि पूरे गांव में दहशत फैल गई। घायल रामस्वरूप को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
गिरफ्तारी की मांग पर अड़े परिजन
सोमवार सुबह जब शव का पोस्टमार्टम होना था, तो मृतक के परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पीएम कराने से मना कर दिया। इस दौरान जिला अस्पताल परिसर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। देर शाम एसडीओपी विवेक अष्ठाना, बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल और कांग्रेस के कुछ नेताओं ने परिवार से मुलाकात कर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया, तब जाकर परिजन पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए।
पुलिस ने कार्रवाई शुरू की
एसडीओपी विवेक अष्ठाना ने बताया कि पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है। बाकी आरोपी मौके से फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की कई टीमें जुटी हैं। पुलिस ने इस मामले में महेंद्र नागर समेत बारह से अधिक लोगों पर हत्या, मारपीट और शील भंग जैसी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। फिलहाल इलाके में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।
जमीन विवाद था हत्या की जड़
बताया जा रहा है कि मृतक रामस्वरूप नागर अपने मामा राजेंद्र नागर की उस छह बीघा जमीन को वापस लेना चाहता था, जिसे पहले राजेंद्र ने महेंद्र नागर को रुपये लेकर दे दी थी। रामस्वरूप ने उस रकम का भुगतान कर जमीन अपने नाम करवाने की कोशिश की, जिसके चलते दोनों परिवारों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। यही विवाद रविवार को हिंसा में बदल गया, जिसने एक परिवार की खुशियाँ छीन लीं।
भाजपा ने तुरंत हटाया आरोपी नेता
मुख्य आरोपी महेंद्र नागर भाजपा के फतेहगढ़ मंडल के बूथ क्रमांक 55, ग्राम गणेशपुरा का अध्यक्ष था। घटना के बाद पार्टी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए महेंद्र को सभी जिम्मेदारियों और पदों से हटा दिया। पार्टी सूत्रों के अनुसार, महेंद्र पहले कांग्रेस में सक्रिय था और ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में आने के बाद ही उसने पार्टी बदली थी। फिलहाल भाजपा ने मामले से खुद को अलग करते हुए कहा कि दोषी को कानून के तहत कड़ी सजा मिलनी चाहिए।
