खंडवा में राखड़ से भरे ट्रक ने ई-बाइक को मारी टक्कर, आग लगने से जिंदा जले दो लोग; हाईवे पर मचा हाहाकार

Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में रविवार को इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। राखड़ से भरे तेज रफ्तार ट्रक ने एक ई-बाइक को इतनी जोरदार टक्कर मारी कि बाइक सवार दोनों व्यक्ति मौके पर ही जिंदा जल गए। मृतकों की पहचान विनीत शर्मा और मोहसिन अली के रूप में हुई है। यह हादसा मोरटक्का चौकी क्षेत्र के पास स्थित एक पेट्रोल पंप के पास हुआ, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया।
जिंदा जले दोनों युवक, हादसे के बाद हाईवे पर लंबा जाम
संत सिंगाजी थर्मल पावर से राखड़ लेकर आ रहा था ट्रक
जानकारी के मुताबिक, हादसे में शामिल ट्रक संत सिंगाजी थर्मल पावर प्लांट से राखड़ भरकर इंदौर की ओर जा रहा था। ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने सीधे ई-बाइक को अपनी चपेट में ले लिया। मृतक विनीत शर्मा (35) बड़वाह निवासी थे और खंडवा में सहायक कोषालय अधिकारी के रूप में कार्यरत थे, जबकि उनके साथ मौजूद मोहसिन अली (40) उनके मित्र बताए जा रहे हैं।
टक्कर के बाद पलटा ट्रक, आग में झुलसे दोनों शव निकाले गए मशक्कत से
ट्रक की टक्कर के बाद वाहन पलट गया और ई-बाइक उसके नीचे दब गई। आग लगने के बाद बाइक और दोनों सवारों को निकालना बेहद मुश्किल हो गया। मौके पर पहुंचे पुनासा एसडीएम पंकज वर्मा, ओंकारेश्वर तहसीलदार उदय मंडलोई और चौकी प्रभारी लखन डावर ने पुलिस बल के साथ कड़ी मशक्कत के बाद दोनों शवों को बाहर निकाला। तब तक दोनों पूरी तरह जल चुके थे।
हादसे ने उठाए सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल, जनता में आक्रोश
स्थानीय लोगों ने इस भयावह दुर्घटना के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। लोगों का कहना है कि पिछले दो सालों से देशगांव से इंदौर मार्ग पर भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगी हुई थी, लेकिन हाल ही में राजनीतिक दबाव में आकर खंडवा कलेक्टर ने इस प्रतिबंध को हटा दिया। अब इस मार्ग पर रोजाना सैकड़ों ट्रक और डंपर दौड़ रहे हैं, जिससे सड़कें मौत का जाल बन चुकी हैं।
लोगों की जानें कीड़े-मकोड़ों की तरह जा रही हैं - स्थानीयों का आक्रोश
ग्रामीणों ने कहा कि इस मार्ग पर लोग “कीड़े-मकोड़ों की तरह” जान गंवा रहे हैं। स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि खंडवा-इंदौर-इच्छापुर मार्ग पर भारी वाहनों की आवाजाही तुरंत रोकी जाए, ताकि आगे और किसी परिवार को इस तरह के दर्दनाक हादसे का सामना न करना पड़े। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।