महाराष्ट्र डॉक्टर सुसाइड केस में बड़ा खुलासा: मकान मालिक का बेटा गिरफ्तार, सब-इंस्पेक्टर सस्पेंड

हथेली पर लिखा गया दर्द - सुसाइड नोट ने किया सबकुछ उजागर

आत्महत्या से पहले आरोपी से की थी फोन व चैट पर बात
पुलिस के अनुसार, डॉक्टर ने आत्महत्या से पहले अपने मकान मालिक के बेटे प्रशांत बनकर से फोन और चैट पर बातचीत की थी। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि दोनों के बीच बीते कुछ समय से मनमुटाव चल रहा था। पुलिस डिजिटल साक्ष्यों को सुरक्षित कर उनकी जांच में जुटी है। इस बातचीत से घटनाक्रम की टाइमलाइन को समझने की कोशिश की जा रही है ताकि आत्महत्या के पीछे की असली वजह स्पष्ट हो सके।
जांच में जुटी विशेष टीम
घटना के बाद फलटण सिटी पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा 376 (बलात्कार) और 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) सहित कई संगीन धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। सब-इंस्पेक्टर गोपाल बदाने को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मामले की जांच विशेष टीम कर रही है और हर पहलू का बारीकी से विश्लेषण किया जा रहा है। यह मामला पुलिस की कार्यशैली और समाज में महिलाओं की सुरक्षा दोनों पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है।
न्याय की मांग तेज
घटना के बाद महाराष्ट्र मेडिकल एसोसिएशन और डॉक्टरों के कई संगठनों ने राज्य सरकार से त्वरित न्याय की मांग की है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर कानून व्यवस्था इतनी कमजोर रहेगी, तो महिला पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करना असंभव होगा। कई अस्पतालों में मृतका के स्मरण में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इसे ‘प्रोफेशनल उत्पीड़न और सत्ता के दुरुपयोग’ का मामला बताया है, जो तत्काल उदाहरण पेश करके सख्त कार्रवाई की मांग करता है।
