पंचायत कार्यालय बना अखाड़ा: बचत समूह की महिलाओं ने 'कार्यकर्ता' को सरेआम पीटा, अश्लील टिप्पणी और छेड़छाड़ के आरोप


वायरल वीडियो ने खोली पोल

महिलाओं का गुस्सा और आक्रोश
घटनाक्रम के अनुसार, विकास हादवे जो स्वयं को सामाजिक कार्यकर्ता बताता है, ने बचत समूह की महिलाओं से किसी विवाद के दौरान न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया बल्कि उनके साथ छेड़छाड़ की कोशिश भी की। महिलाओं का आरोप है कि उसने उनके साथ अश्लील व्यवहार किया और अपमानजनक टिप्पणियां कीं। इससे क्रोधित होकर महिलाओं ने मौके पर ही उसे घेर लिया और उसकी जमकर पिटाई की।
पुलिसिया कार्रवाई और कानूनी प्रक्रिया
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और विकास हादवे को हिरासत में लेकर थाने ले गई। पाटण पुलिस थाने में महिलाओं की शिकायत के आधार पर आरोपी के खिलाफ छेड़छाड़, अश्लील व्यवहार, शीलभंग और अभद्र भाषा के प्रयोग की धाराओं के तहत औपचारिक मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वायरल वीडियो की तकनीकी जांच की जा रही है।
समाज की आवाज और निंदा की लहर
स्थानीय नागरिकों, महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि सरकारी कार्यालयों में महिलाओं के साथ किसी भी प्रकार का अभद्र व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने इस घटना को महिला सुरक्षा के लिए एक गंभीर चुनौती बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।
आगे की कार्रवाई और जांच प्रक्रिया
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में और भी गवाहों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। वायरल वीडियो की फॉरेंसिक जांच भी की जा रही है ताकि घटना की सत्यता और परिस्थितियों का सही आकलन हो सके। आरोपी विकास हादवे से विस्तृत पूछताछ की जा रही है और मामले में आगे की न्यायिक प्रक्रिया अपनाई जाएगी।