उदयपुर में RBI गवर्नर की चेतावनी: डिजिटल अरेस्ट से सावधान रहें, बुजुर्गों के लिए खास सलाह और ई-केवाईसी पर जोर
Rajasthan News: उदयपुर में आयोजित ‘आपकी पूंजी–आपका अधिकार’ कार्यक्रम में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने देशभर में बढ़ते डिजिटल फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट मामलों पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि डिजिटल क्रांति ने बैंकिंग को आसान बनाया है, लेकिन इसके साथ लोगों को सतर्क रहने की जरूरत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। विशेष रूप से बुजुर्गों को अनजान कॉल, लिंक और फ्रॉड गतिविधियों से सावधान रहने की सलाह दी गई।
डिजिटल साक्षरता को बताया समय की मांग
बैंकिंग क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का किया उल्लेख
कार्यक्रम में उपस्थित बड़ी संख्या में महिलाओं को देखकर गवर्नर मल्होत्रा ने कहा कि जब उन्होंने नौकरी शुरू की थी, तब उनके बैच में केवल 6-7 प्रतिशत महिलाएं अधिकारी बन पाती थीं। लेकिन आज नए बैचों में यह संख्या 33 से 50 प्रतिशत के बीच पहुंच चुकी है। उन्होंने उदयपुर की संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी और कई महिला बैंक अधिकारियों का उल्लेख करते हुए कहा कि महिलाएं अब सभी क्षेत्रों में मजबूत भूमिका निभा रही हैं।
उदयपुर से जुड़े अपने अनुभव साझा किए
गवर्नर मल्होत्रा ने उदयपुर से अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए बताया कि वे जून 2009 में जनजाति आयुक्त और अगस्त 2009 में राजस्थान स्टेट माइंस एंड मिनरल्स लिमिटेड (RSMM) के एमडी के पद पर कार्य कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान से आरबीआई गवर्नर बनने के बाद उनका पहला दौरा उदयपुर से शुरू होना उनके लिए गर्व की बात है।
अनक्लेम्ड डिपॉजिट को rightful वारिसों तक पहुंचाने की शुरुआत
शिविर के दौरान उदयपुर जिले के 2,86,243 निष्क्रिय बैंक खातों में जमा ₹101.47 करोड़ रुपये को उनके सही वारिसों तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की गई। आरबीआई के राजस्थान क्षेत्र के उप महाप्रबंधक विकास अग्रवाल ने बताया कि ऐसी राशि को अनक्लेम्ड डिपॉजिट कहा जाता है। उन्होंने कहा कि इस राष्ट्रीय अभियान में लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि वर्षों से बिना दावे की रकम सही व्यक्तियों तक पहुंच सके।
