डाकघरों में बड़ा बदलाव: रजिस्ट्री सेवा बंद, स्पीड पोस्ट हुआ महंगा; नई दरों से बढ़ेगा बोझ

Madhya Pradesh News: भारतीय डाक विभाग ने एक अक्टूबर से देशभर में रजिस्ट्री सेवा को बंद कर दिया है। अब ग्राहकों को अपने दस्तावेज और पार्सल स्पीड पोस्ट के जरिए ही भेजने होंगे। विभाग का कहना है कि इससे डाक सेवा अधिक सुरक्षित और तेज बनेगी। हालांकि, इस बदलाव का सीधा असर आम ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा क्योंकि स्पीड पोस्ट कराने के लिए अब अतिरिक्त शुल्क चुकाना होगा।
नैनीताल मंडल में नई व्यवस्था लागू
स्पीड पोस्ट की दरों में बड़ा बदलाव
ग्राहकों के लिए नई दरें जारी कर दी गई हैं। अब लोकल स्तर पर 50 ग्राम तक के पार्सल के लिए शुल्क 19 रुपये होगा, जो पहले 15 रुपये था। इसके अलावा वन इंडिया वन रेट योजना के तहत 50 ग्राम तक का शुल्क 35 रुपये से बढ़ाकर 47 रुपये कर दिया गया है। वहीं 200 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 51 से 250 ग्राम वजन वाले पार्सल का शुल्क 35 रुपये से बढ़ाकर 59 रुपये कर दिया गया है।
जीएसटी और अतिरिक्त शुल्क का असर
नई दरों में न केवल शुल्क बढ़ाया गया है बल्कि अलग से जीएसटी भी देना होगा। इसके अलावा यदि ग्राहक अपना पार्सल रजिस्टर्ड कराना चाहता है तो उसे अतिरिक्त 5 रुपये चुकाने होंगे। इसे वेल्यू एडेड सर्विस के रूप में लागू किया गया है। इसका सीधा असर आम उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा।
OTP आधारित डिलीवरी की नई सुविधा
ग्राहकों की सुरक्षा को देखते हुए डाक विभाग ने प्राइवेट कुरियर कंपनियों की तरह OTP आधारित डिलीवरी सुविधा शुरू की है। अब रिसीवर को डाकिया पार्सल तभी सौंपेगा जब वह मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी बताएगा। इससे सामान गलत हाथों में जाने की संभावना कम हो जाएगी। इस सेवा के लिए ग्राहकों को बुकिंग के समय अतिरिक्त पांच रुपये का शुल्क देना होगा।
छात्रों को मिलेगी राहत
जहां आम ग्राहकों के लिए यह बदलाव महंगा साबित होगा, वहीं छात्रों को राहत दी गई है। डाक विभाग ने घोषणा की है कि एक नवंबर से छात्रों को स्पीड पोस्ट सेवा पर 10 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसका उद्देश्य छात्रों की आर्थिक मदद करना है ताकि वे आसानी से अपने दस्तावेज और अन्य सामग्री भेज सकें।
विभाग का दावा और ग्राहकों की चिंता
प्रवर डाक अधीक्षक नैनीताल मंडल, अमित दत्त के अनुसार, “नई व्यवस्था से ग्राहकों को बेहतर और सुरक्षित डाक सेवा मिलेगी। दस्तावेज और पार्सल समय पर और सुरक्षित डिलीवर होंगे।” हालांकि, ग्राहकों का कहना है कि शुल्क में बढ़ोतरी से उनकी जेब पर बोझ बढ़ गया है।