नाभि के ऊपर और नीचे की चर्बी: दो अलग-अलग फैट, दोनों के कारण भी अलग
नई दिल्ली। पेट की चर्बी सिर्फ 'पेट निकल आया' कहने तक सीमित नहीं होती। इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं। नाभि के ऊपर और नीचे जमा फैट अलग-अलग तरह का होता है और बनने के कारण भी अलग हैं। ऊपरी पेट की चर्बी, जिसे विसरल फैट कहते हैं, मुख्यतः तनाव और कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ने की वजह से जमा होती है।
रात को सोने से 1 घंटे पहले गुनगुना पानी पीना निचले पेट की गैस और फैट कम करने में मदद करता है। सुबह खाली पेट जीरा, धनिया और सौंफ का पानी पीने से कोर्टिसोल कम होता है और ऊपर की चर्बी तेजी से पिघलने लगती है। नाभि के आसपास 5 मिनट का घी मसाज ब्लोटिंग घटाता है और पेट के निचले हिस्से की चर्बी को कम करने में मदद करता है। दिन में भोजन के बाद वज्रासन में 5-10 मिनट बैठना, और तनाव कम करने के लिए अनुलोम-विलोम प्राणायाम करना भी ऊपरी पेट की चर्बी घटाने में असरदार है। रात का खाना 8 बजे से पहले हल्का खाना पेट को डिटॉक्स मोड में ले जाता है और पेट के निचले हिस्से की चर्बी कम करता है। आयुर्वेद में यह भी बताया गया है कि त्रिकटु चूर्ण, त्रिफला और कच्चा पपीता पाचन तेज करते हैं, ब्लोटिंग घटाते हैं और जिद्दी फैट बर्न करने में मदद करते हैं।
