जिलाधिकारी ने आईटीआई प्रिंसिपल को लगाई फटकार, स्किल्ड युवा तैयार न करने पर वेतन रोकने की चेतावनी
प्रतिनिधियों ने आईटीआई का उदाहरण देते हुए बताया कि प्रशिक्षण के लिए आवश्यक साधन और उपकरण मौजूद नहीं हैं। खासकर खराद मशीन जैसी मूलभूत सुविधा नहीं होने के कारण छात्रों को व्यावहारिक प्रशिक्षण में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यह सुनकर जिलाधिकारी ने आईटीआई प्रिंसिपल को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि यदि प्रशिक्षित और स्किल्ड युवा तैयार नहीं किए गए तो उनके वेतन को रोकने तक की कार्रवाई की जाएगी।
जिलाधिकारी ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विशेष कौशल वाले युवाओं को रोजगार योग्य बनाने के लिए प्रशिक्षण योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करें। उन्होंने इंडस्ट्री प्रतिनिधियों की जरूरतों और सुझावों को ध्यान में रखते हुए युवाओं को आधुनिक और उद्योग के अनुसार प्रशिक्षित करने का जोर दिया।
बैठक में रोजगार पोर्टल रोजगार संगम का भी उल्लेख किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि इस पोर्टल पर अधिक से अधिक अभ्यर्थियों, नियोजकों और शिक्षण संस्थाओं का पंजीकरण कराया जाएगा ताकि युवाओं और कंपनियों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित किया जा सके। इसके साथ ही उन्होंने रोजगार संबंधित जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 155 330 की जानकारी दी, जो चौबीस घंटे उपलब्ध रहेगा।
जिला प्रशासन की ओर से समय-समय पर रोजगार मेले आयोजित किए जा रहे हैं, साथ ही करियर काउंसलिंग कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। इन पहलों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर मिलें, जिससे उनका भविष्य सुरक्षित और समृद्ध हो सके।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने बैठक समाप्त करते हुए सभी अधिकारियों को हिदायत दी कि वे युवाओं को प्रशिक्षित करने और रोजगार योग्य बनाने में कोई कमी न रखें, और रोजगार पोर्टल व अन्य योजनाओं का पूरा लाभ सुनिश्चित करें।
