मिशन शक्ति: बनत, शामली में घरेलू हिंसा और दहेज उन्मूलन पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
शामली। उत्तर प्रदेश शासन एवं जिलाधिकारी शामली से प्राप्त निर्देशों के अनुपालन में, जिला प्रोबेशन अधिकारी मोहम्मद मुशफेकीन के निर्देशानुसार, मिशन शक्ति विशेष अभियान के फेस 5.0 के अन्तर्गत एक महत्वपूर्ण अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय/महिला कल्याण विभाग के वन स्टॉप सेंटर शामली द्वारा बनत, शामली में आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रतिभागियों को विस्तार से बताया गया कि घरेलू हिंसा कारित करना एक गंभीर अपराध है, जिसके लिए पीड़ित महिला द्वारा अधिनियम की धारा 12 के अन्तर्गत माननीय न्यायालय से अनुतोष (राहत) प्राप्त किया जा सकता है।
इसी प्रकार, दहेज एक सामाजिक हिंसा है, और दहेज की मांग करना, लेना या देना दोनों ही दण्डनीय अपराध हैं, जिसके लिए दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 के अंतर्गत 5 साल तक की सजा का प्रावधान है। प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से दहेज की माँग पर 2 वर्ष तक की सजा का प्राविधान है।
उपहारों की सूची जमा करना अनिवार्य
अधिकारियों ने यह भी बताया कि विवाह के उपरांत दोनों पक्षों द्वारा दिए गए उपहारों की हस्ताक्षरित सूची अनिवार्य रूप से एक माह के भीतर जिला दहेज प्रतिषेध अधिकारी (जो जिला प्रोबेशन अधिकारी भी नामित हैं) को प्रस्तुत की जानी अनिवार्य है।
घरेलू हिंसा या दहेज संबंधी कोई भी शिकायत स्थानीय पुलिस थाना या जिला प्रोबेशन अधिकारी (जो महिला संरक्षण अधिकारी और जिला दहेज प्रतिषेध अधिकारी भी नामित हैं) को की जा सकती है। इसके अलावा, पीड़ित महिलाएँ इन टोल फ्री हेल्पलाइन नंबरों पर भी शिकायत दर्ज करा सकती हैं:
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112: आपातकालीन सहायता
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181: महिला हेल्पलाइन
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1090: वूमेन पावर लाइन
जिला प्रोबेशन अधिकारी का कार्यालय ट्रांजिट हॉस्टल, करोड़ी रोड, बनत में स्थित है।
कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं जैसे निराश्रित महिला पेंशन, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना आदि की भी पूर्ण जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में, सभी प्रतिभागियों को घरेलू हिंसा रोकने तथा दहेज न देने व लेने की शपथ ग्रहण कराई गई। जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से प्रतिभागियों द्वारा रैली निकालकर आम जनों को जागरूक भी किया गया।
इस कार्यक्रम में महिला कल्याण विभाग से वन स्टॉप सेंटर की टीम, सीडीपीओ शामली ममता खोकर, समूह की महिलाएँ, ग्राम की महिलाएँ, बालिकाएँ, बच्चे तथा अन्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
