शादियों में महिलाओं के डांस पर प्रतिबंध की मांग, सौरम महापंचायत में लिए जाएंगे कड़े फैसले
शामली। सामाजिक सुधारों के लिए अपने सख्त फैसलों के लिए जानी जाने वाली खाप पंचायतें अब भी सक्रिय हैं। मुजफ्फरनगर के सौरम गांव में 16 से 18 नवंबर तक तीन दिवसीय सर्व जातीय सर्व खाप महापंचायत आयोजित की जाएगी। महापंचायत में कई सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने के लिए कड़े फैसले लिए जाएंगे।
साथ ही महापंचायत में मृत्युभोज और फिजूल खर्च पर रोक लगाने, शादी में दान-दहेज और डीजे का पूर्ण प्रतिबंध लगाने, शादियों का आयोजन केवल दिन में और सीमित स्थान पर करने, समाज में शिक्षा और संस्कार को बढ़ावा देने, खाप चौधरीयों के बीच आपसी झगड़े और मतभेद दूर करने, तथा राजनीति से दूर रहकर समाजिक सुधार पर ध्यान केंद्रित करने जैसे प्रस्ताव भी रखे जाएंगे।
सौरम गांव का ऐतिहासिक महत्व भी है। यहाँ की चौपाल 1528 में बाबर और 1857 में बहादुर शाह जफर के आगमन की गवाह रही है। बाबर ने पुराने जमाने से चली आ रही पंचायत व्यवस्था की प्रशंसा भी की थी।
तीन दिवसीय महापंचायत में देश के विभिन्न हिस्सों से खाप चौधरी उपस्थित होंगे और प्रस्तावों पर विचार कर अंतिम निर्णय लेंगे।
