शामली। गत एक अगस्त को थाना आदर्श मंडी क्षेत्र से सब इंस्पेक्टर देवदत्त शर्मा एवं महिला कांस्टेबल संगीता द्वारा एक महिला को लावारिस एवं असहाय अवस्था में अपनाघर आश्रम में भर्ती कराया गया था।
महिला ने अपना नाम कुसुम बताया था, परंतु मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह अपने परिवार या पते की अन्य जानकारी नहीं दे सकी। डॉ. अरुण राय के उपचार एवं आश्रम के शांत, स्नेहमय वातावरण के कारण उनकी स्थिति में शीघ्र सुधार आने लगा। काउंसलिंग के दौरान जब उनसे दोबारा जानकारी ली गई तो उन्होंने अपना पता गांव शाहजहांपुर, थाना किठौर, जनपद मेरठ और भाई का नाम हरीश बताया। आश्रम प्रशासन ने दिए गए पते के आधार पर नेट सर्च के माध्यम से ग्राम प्रधान से संपर्क किया और पूरी जानकारी साझा की।
ग्राम प्रधान ने सहयोग करते हुए कुसुम की बुआ सुनीता रानी का संपर्क नंबर उपलब्ध कराया। जानकारी मिलते ही सुनीता रानी ने बताया कि परिवार कई महीनों से कुसुम की तलाश कर रहा था लेकिन कोई पता नहीं चल पा रहा था। 25 अक्टूबर को कुसुम की बुआ सुनीता रानी एवं भाई हरीश स्वयं अपना घर आश्रम पहुंचे और अपनी बहन से भावुक मुलाकात की। भाई हरीश ने बताया कि कुसुम आठ महीने पहले बिना बताए घर से निकल गई थीं, जिन्हें बहुत खोजने के बाद भी नहीं पाया जा सका था। आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के पश्चात आश्रम प्रशासन ने कुसुम को उनके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।