Hockey Asia Cup 2025 : हर गली हर मैदान गूंजा, राष्ट्रीय खेल दिवस पर चमका हॉकी का जादू

जब बात भारत के राष्ट्रीय खेल हॉकी की हो और उसमें भी मेजर ध्यानचंद जैसे महान खिलाड़ी की याद आए, तो दिल अपने आप गर्व से भर जाता है। 29 अगस्त को उनके जन्मदिन को पूरे देश में राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया गया। इसी मौके पर बिहार के राजगीर खेल परिसर में एक शानदार और भावनाओं से भरा कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसने हर किसी के दिल को छू लिया।
इस कार्यक्रम का टैगलाइन था – “हर गली हर मैदान, खेलेगा हिन्दुस्तान।” इसका मकसद सिर्फ एक था, युवाओं के भीतर खेल भावना और एकता को बढ़ावा देना। बिहार में हॉकी को नई पहचान दिलाने और युवाओं को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने की इस पहल ने हर किसी को प्रेरित किया।
कार्यक्रम के दौरान एक विशेष प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया, जिसमें प्रशिक्षु खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया। साहिल गोयल, सिद्धि, शारदा कुमारी, पियूष आनंद और अलीशान ने खेल प्राधिकरण के महानिदेशक के सवालों के सही उत्तर देकर पुरस्कार जीते। इनकी उपलब्धियों पर कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने जमकर तारीफ की और उन्हें भविष्य के सितारे बताया।
सबसे प्रेरणादायक क्षण तब आया जब हरमनप्रीत सिंह ने केवल मंच से भाषण नहीं दिया, बल्कि खुद मैदान में उतरकर जूनियर खिलाड़ियों के साथ हॉकी खेली। उन्होंने खिलाड़ियों को व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया और समझाया कि जीतने के लिए तकनीकी दक्षता के साथ मानसिक मजबूती भी जरूरी है। उनकी सादगी और समर्पण ने खिलाड़ियों का हौसला और बढ़ा दिया।
बिहार सरकार की ओर से हरमनप्रीत सिंह को प्रतीक चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया। खेल विभाग के अधिकारियों ने भी आश्वासन दिया कि राज्य में खेलों के विकास के लिए हर संभव सहयोग जारी रहेगा। यह कार्यक्रम सिर्फ एक आयोजन नहीं था, बल्कि युवाओं में खेल के प्रति नई ऊर्जा जगाने वाला एक बड़ा कदम साबित हुआ
राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित यह कार्यक्रम सिर्फ एक यादगार जश्न नहीं था, बल्कि यह संदेश भी था कि अगर सपनों को जुनून और मार्गदर्शन का साथ मिले, तो कोई भी खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन कर सकता है। हरमनप्रीत सिंह का यह प्रयास आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत ह