चोट से टूटी जापान की उम्मीदें: नाओमी ओसाका जापान ओपन से बाहर, वहीं अनाहत सिंह ने बोस्टन ओपन में किया धमाका
Sports Update: जापान की स्टार टेनिस खिलाड़ी नाओमी ओसाका का जापान ओपन 2025 अभियान चोट की वजह से अचानक समाप्त हो गया। शुक्रवार को हुए महिला एकल क्वार्टर फाइनल से पहले ओसाका ने बाएं पैर की चोट के चलते टूर्नामेंट से हटने का फैसला किया। आयोजकों ने बताया कि ओसाका दूसरे दौर के मैच के बाद पूरी तरह फिट नहीं हो सकीं और इसी कारण उन्हें वॉकओवर देना पड़ा।
क्रिस्टियन को वॉकओवर, तीसरी बार सेमीफाइनल में जगह
ओसाका ने किया था शानदार शुरुआत से प्रभावित प्रदर्शन
चोट से पहले नाओमी ओसाका बेहतरीन फॉर्म में नजर आ रही थीं। उन्होंने शुरुआती मुकाबलों में वकाना सोनोबे और defending champion सुजेन लेमेन्स को मात दी थी। हालांकि, दूसरे दौर के दौरान आई मांसपेशी खिंचाव ने उनके अभियान को प्रभावित किया। देश की घरेलू उम्मीदों को अब अन्य जापानी खिलाड़ियों से आस है।
लेला फर्नांडिज ने क्वार्टर फाइनल में दर्ज की जीत
जापान ओपन के ही एक अन्य क्वार्टर फाइनल में अमेरिकी ओपन 2021 की उपविजेता लेला फर्नांडिज ने रेबेका रैमकोव को 7-6, 6-3 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया। मैच में फर्नांडिज ने अपने दमदार सर्व और सटीक शॉट्स से विरोधी पर दबाव बनाए रखा।
अनाहत सिंह ने बनाई क्वार्टर फाइनल में जगह
भारत की उभरती स्क्वॉश स्टार अनाहत सिंह ने बोस्टन ओपन स्क्वॉश टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। राष्ट्रीय महिला चैंपियन अनाहत ने 15,000 डॉलर पुरस्कार राशि वाले इस पीएसए चैलेंजर टूर्नामेंट में अमेरिका की चार्लोट सेज को 11-4, 11-6, 9-11, 11-8 से मात दी।
दिल्ली की युवा स्टार के सामने मिस्र की चुनौती
विश्व रैंकिंग में 45वें स्थान पर काबिज अनाहत सिंह के सामने अब मिस्र की 8वीं वरीयता प्राप्त यना स्वाइफी की चुनौती होगी। टूर्नामेंट में दूसरी वरीय अनाहत को पहले दौर में बाई मिली थी, लेकिन उन्होंने दूसरे ही मैच में अपनी काबिलियत दिखाते हुए स्थानीय खिलाड़ी को मात दी। देशभर में युवा खिलाड़ियों के लिए वह प्रेरणा बनकर उभरी हैं।
भारत को नई उम्मीद, एथलीट्स की दोहरी चमक
जहां नाओमी ओसाका की चोट ने जापान के खेल प्रशंसकों को निराश किया, वहीं भारत की अनाहत सिंह ने स्क्वॉश कोर्ट में नई ऊर्जा और उम्मीद जगा दी है। इन दोनों घटनाओं ने महिलाओं के खेल जगत में दृढ़ता, संघर्ष और खेल भावना की नई परिभाषा लिखी है।
