भाकियू का ऐलान - गंगा एक्सप्रेसवे बिजनौर से ही निकलेगा, नहीं तो सड़कों पर होगा बड़ा जनआंदोलन
Bijnor News: गंगा एक्सप्रेसवे को जिला बिजनौर से गुजारने की मांग को लेकर सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (अराजनीतिक) के सैकड़ों कार्यकर्ता और किसान सड़कों पर उतर आए। किसानों ने लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले से लेकर तहसील तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान किसानों ने अपने हाथों में झंडे थामे हुए नारे लगाए और सरकार से बिजनौर की उपेक्षा समाप्त करने की मांग की। उनका कहना था कि गंगा एक्सप्रेसवे को अगर बिजनौर से न गुजारा गया, तो इसे क्षेत्रीय विकास के साथ किसानों के हितों की अनदेखी माना जाएगा।
मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन
गंगा एक्सप्रेसवे से क्षेत्रीय विकास की उम्मीद
किसानों का कहना था कि यदि गंगा एक्सप्रेसवे को बिजनौर की धारा से होकर निकाला जाता है, तो इससे न केवल जिले का आर्थिक और औद्योगिक विकास तेज होगा, बल्कि रोजगार की नई संभावनाएँ भी बनेंगी। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की प्राथमिकता में यदि किसान और ग्रामीण क्षेत्र नहीं होंगे, तो यह निराशाजनक संकेत है। भारतीय किसान यूनियन अराजनीतिक ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो जिला बिजनौर से लेकर लखनऊ तक आंदोलन तेज किया जाएगा।
भाकियू नेताओं ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी
पंचायत में भाकियू के वरिष्ठ नेताओं चौधरी कुलबीर सिंह, भोपाल राठी, नवीन राजपूत, पवन कुमार, महेंद्र सिंह, प्रशांत चौधरी, हाजी हनीफ, तरुण कुमार, हिमांशु चौधरी, इफ्तार, और सुहेल समेत दर्जनों किसानों ने हिस्सा लिया। सभा में निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में यदि सरकार ने इस मुद्दे पर स्पष्ट निर्णय नहीं लिया, तो धरना-प्रदर्शन की रूपरेखा जिला स्तर से आगे बढ़ाई जाएगी। किसानों ने कहा कि भाकियू अराजनीतिक अपने अधिकारों के लिए शांत नहीं बैठेगी, और गंगा एक्सप्रेसवे को बिजनौर से निकालने की मांग अब जनआक्रोश का रूप ले चुकी है।
