सीतापुर में बाघ लड़की को जबड़े में दबाकर ले गया,परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल,ड्रोन से तलाश जारी

सीतापुर। सीतापुर के मछरेहटा थाना क्षेत्र के राठौर पुरवा गांव में गुरुवार सुबह 5 बजे एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। 18 वर्षीय कामिनी, अपनी मां प्रेमा और छोटी बहन दामिनी के साथ खेत में काम कर रही थी, तभी झाड़ियों में छिपे एक बाघ ने उस पर हमला कर दिया। बाघ ने कामिनी को जबड़े में दबाकर जंगल की ओर खींच लिया। मां और बहन चिल्लाते हुए पीछे दौड़ीं, लेकिन बाघ उसे लेकर भाग चुका था।
आवाज सुनकर ग्रामीण लाठी-डंडों के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक बाघ कामिनी को लेकर गायब हो चुका था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं। करीब 100 लोगों की टीम पिछले 6 घंटों से तलाश में जुटी है, लेकिन कामिनी का कोई सुराग नहीं मिला। अब ड्रोन कैमरों की मदद से पूरे क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
कामिनी की मां प्रेमा का रो-रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार बेहोश हो रही हैं और कह रही हैं, "मेरी आंखों के सामने बाघ मेरी बेटी को ले गया।" ग्रामीणों का कहना है कि क्षेत्र में पहले भी बाघ दिखाई दे चुका था, और इसकी शिकायत वन विभाग से की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हरगांव वन रेंज के भगवंतपुर गांव में 16 सितंबर की रात एक बाघ ने एक युवक पर हमला किया था। उस युवक की कमर में बंधी तौलिया बाघ के पंजे में फंस गई थी, जिसके कारण वह भागने में सफल रहा। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है और मांग की है कि क्षेत्र में बाघ के खतरे को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं।