“मेरठ में पूर्व विधायक संगीत सोम और जिलाध्यक्ष राणा में मंच पर हुई तीखी बहस, अश्वनी त्यागी ने कराया मामला शांत
मेरठ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक कार्यक्रम के दौरान उस वक्त हंगामे जैसे हालात बन गए जब पूर्व विधायक संगीत सोम और जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा के बीच मंच पर ही तीखी बहस हो गई। बताया जा रहा है कि यह विवाद मंच पर बैठने की व्यवस्था को लेकर शुरू हुआ था, जो देखते ही देखते पूरे कार्यक्रम का सबसे बड़ा आकर्षण बन गया।
मंच पर बैठने को लेकर हुआ विवाद
कार्यक्रम शुरू होने से ठीक पहले मंच पर नेताओं को बैठाने की व्यवस्था को लेकर विवाद शुरू हो गया। पूर्व विधायक संगीत सोम ने आपत्ति जताई कि मंच पर बैठने के लिए कोई उचित प्रोटोकॉल नहीं अपनाया जा रहा। उन्होंने कहा, “एक व्यवस्था होती है, जो भी आएगा उसे मंच पर बैठा लो, यह तरीका सही नहीं है। सभी का स्वागत करना चाहिए।”
उनकी बात पर जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने प्रतिक्रिया दी, जिसके बाद दोनों के बीच कहासुनी बढ़ गई। देखते ही देखते बहस इतनी तीखी हो गई कि मंच के नीचे बैठे कार्यकर्ताओं का ध्यान भी पूरी तरह उसी ओर खिंच गया। कई कार्यकर्ताओं ने स्थिति संभालने की कोशिश की लेकिन माहौल तनावपूर्ण बना रहा।
अश्वनी त्यागी के पहुंचते ही मामला शांत
इसी बीच कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अश्वनी त्यागी वहां पहुंचे। उन्होंने मंच पर चढ़कर स्थिति को भांपा और दोनों नेताओं से शांत रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि पार्टी के मंच पर इस तरह की नोकझोंक अनुचित है। अश्वनी त्यागी के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और कार्यक्रम आगे बढ़ा। हालांकि, पूरे आयोजन के दौरान दोनों नेताओं के बीच ठंडी तल्खी बनी रही।
चर्चा में रही तनातनी
इस बहस की चर्चा पूरे कार्यक्रम में और बाद में कार्यकर्ताओं के बीच जोरों से होती रही। कई भाजपा पदाधिकारी और समर्थक इसे “सम्मान और प्रोटोकॉल” से जुड़ा मुद्दा बता रहे हैं। वहीं कुछ का कहना है कि यह जिले में पार्टी के अंदर चल रही गुटबाजी का संकेत है।
नेताओं की प्रतिक्रिया
जब इस विषय पर पूर्व विधायक संगीत सोम से बात की गई तो उन्होंने विवाद से इंकार करते हुए कहा, “ऐसा कुछ नहीं हुआ, कार्यक्रम पूरी गरिमा के साथ संपन्न हुआ।”
वहीं जिलाध्यक्ष शिवकुमार राणा ने इस मामले पर टिप्पणी करने से साफ इंकार कर दिया।
भाजपा के स्थानीय नेताओं के अनुसार, यह विवाद भले ही क्षणिक था, लेकिन इससे जिले की राजनीतिक हलचल जरूर तेज हो गई है। पार्टी नेतृत्व इस पूरे मामले की जानकारी रखे हुए है और आने वाले समय में दोनों नेताओं को एक मंच पर लाने की कोशिश की जाएगी ताकि संदेश गलत न जाए।
