मेरठ में आयोजित ईएमई टेक फेस्ट 2025: भारतीय सेना ने दिखाईं अत्याधुनिक तकनीकें, आत्मनिर्भर रक्षा प्रणाली पर जोर

मेरठ। भारतीय सेना के ईएमई कोर दिवस सप्ताह के अवसर पर मेरठ में आयोजित ईएमई टेक फेस्ट 2025 में अत्याधुनिक तकनीकों और नवाचारों का संगम देखने को मिला। इस अवसर पर डीजी ईएमई और कोर ऑफ ईएमई के कर्नल कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल राजीव के. साहनी मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

उन्होंने कहा कि “रक्षा उत्पादन और तकनीकी आत्मनिर्भरता तभी संभव है जब सेना, उद्योग और शिक्षण संस्थान एक साथ काम करें।” आर्मी बेस वर्कशॉप्स को भारतीय सेना की रीढ़ कहा जाता है, जहां हथियार प्रणालियों और उपकरणों की मरम्मत, उन्नयन और पुनर्पूंजीकरण के जरिये मिशन तत्परता सुनिश्चित की जाती है। लेफ्टिनेंट जनरल साहनी ने बताया कि अब समय हैकिकि सेना इंडस्ट्री 4.0 की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, स्वचालन तथा एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग जैसी तकनीकों को अपनाए।
फेस्ट के दौरान उद्योग, शैक्षणिक जगत और रक्षा विशेषज्ञों ने एक साझा मंच पर भविष्य की रक्षा आवश्यकताओं पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम में रक्षा क्षेत्र के वेटरन भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। प्रमुख सत्रों में “विनिर्माण में कृत्रिम बुद्धिमत्ता”, “रक्षा और स्टार्टअप सहयोग”, “अनुसंधान एवं विकास का परिप्रेक्ष्य” तथा “गुणवत्ता सुधार और रक्षा खरीद में नवाचार” जैसे विषयों पर चर्चाएं हुईं। ईएमई टेक फेस्ट को अब वार्षिक आयोजन के रूप में विकसित करने की योजना है, ताकि भारतीय सेना की जरूरतों और देश में उपलब्ध औद्योगिक व शैक्षणिक विशेषज्ञता के बीच तालमेल को और मजबूत किया जा सके। आयोजन का उद्देश्य एक ऐसी आत्मनिर्भर रक्षा पारिस्थितिकी का निर्माण करना है जो न केवल तकनीकी रूप से सशक्त हो, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में निर्णायक भूमिका निभा सके।