मेरठ: हवा हुई जहरीली, AQI 394 तक पहुंचा, एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर
मेरठ। दिल्ली से करीब 70 किलोमीटर दूर स्थित मेरठ शहर की हवा अब जानलेवा बनती जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के ताजा आंकड़ों के अनुसार मेरठ देश का दूसरा और एनसीआर का सबसे प्रदूषित शहर बन चुका है। रविवार को शहर का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 394 तक पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है।
शहर की सड़कों पर धुआं छोड़ते वाहन, जलता कूड़ा और निर्माण कार्यों में उड़ती धूल स्थिति को और भयावह बना रहे हैं। पल्लवपुरम में सबसे अधिक AQI 394 दर्ज किया गया, जबकि जयभीम नगर में 387, दिल्ली रोड पर 377, बेगमपुल पर 361 और गंगानगर में 356 AQI मापा गया। एनसीआर के अन्य शहरों में भी वायु की गुणवत्ता खराब बनी हुई है।
एनजीटी और प्रशासन द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर उनका पालन नहीं हो रहा। न तो धुआं छोड़ने वाले वाहनों पर कार्रवाई हो रही है और न ही कूड़ा जलाने पर रोक। जिम्मेदार विभागों की लापरवाही ने शहर की हवा को और जहरीला बना दिया है।
मौसम भी राहत देने में विफल है। दिन और रात का तापमान स्थिर रहने के कारण हवा की गति धीमी है, जिससे प्रदूषण के घने गुबार को दूर करने में मदद नहीं मिल रही। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि जल्द ठोस कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में मेरठवासियों के लिए सांस लेना और भी मुश्किल हो जाएगा।
