वंदे भारत राष्ट्रवादी संगठन ने आयोजित की अनोखी चित्रकला प्रतियोगिता, भगत सिंह के जीवन से युवाओं को मिली प्रेरणा

Moradabad News: शहीद-ए-आज़म भगत सिंह की जयंती के उपलक्ष्य में वंदे भारत राष्ट्रवादी संगठन के द्वारा एक विशेष चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम मुरादाबाद जिले के सिविल लाइंस स्थित महाराजा अग्रसेन इंटर कॉलेज में आयोजित हुआ, जिसमें हिंदी व अंग्रेजी माध्यम के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। प्रतियोगिता में शामिल बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और कला-कौशल के माध्यम से भगत सिंह का सुंदर चित्र उकेरते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
23 वर्ष की आयु में दिया सर्वोच्च बलिदान - मेजर राजीव ढल
शहादत ने जगाई आज़ादी की चिंगारी
मेजर राजीव ढल ने आगे कहा कि अंग्रेजों को लगा था कि इन क्रांतिकारियों की शहादत से आंदोलन की आग बुझ जाएगी, लेकिन उल्टा उनके बलिदान ने देशभर के युवाओं के दिलों में स्वतंत्रता की ज्वाला और अधिक प्रज्वलित कर दी। परिणामस्वरूप, अंग्रेजों को 15 अगस्त 1947 को भारत को आज़ाद करने पर मजबूर होना पड़ा। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि ऐसे महापुरुषों के जीवन से प्रेरणा लेकर हमें जाति और धर्म से ऊपर उठकर राष्ट्र धर्म को सर्वोपरि मानकर देशहित में कार्य करना चाहिए।
युवा पीढ़ी को जागरूक करना है उद्देश्य - रति कौशिक
महिला मोर्चा की प्रदेश महामंत्री रति कौशिक ने कहा कि इस चित्रकला प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य नई पीढ़ी को उन क्रांतिकारियों के जीवन और संघर्षों से अवगत कराना है, जिन्होंने भारत माता की आज़ादी के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होंने कहा कि आज राष्ट्र उन वीरों का सदैव ऋणी रहेगा जिन्होंने हंसते-हंसते फांसी का फंदा चूम लिया।
विजेताओं को मिलेगा सम्मान
मंडल महामंत्री प्रखर सिंह ने जानकारी दी कि इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को शीघ्र ही प्रमाण-पत्र और शील्ड देकर सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस तरह की प्रतियोगिताएं बच्चों के मन में देशभक्ति की भावना को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाती हैं।
बड़ी संख्या में गणमान्य लोग रहे मौजूद
इस मौके पर मेजर राजीव ढल, रति कौशिक, मंडल अध्यक्ष सरदार गुरविंदर सिंह, मंडल महामंत्री प्रखर सिंह, विमल कुमार, ग्रंथ सिंह, संजय कुमार और सुमित देओल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में कहा कि ऐसे आयोजनों से युवा पीढ़ी को शहीदों की प्रेरक गाथाओं से जोड़ने का कार्य होता है।