कम खर्च में ज़्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो नवंबर के अंतिम सप्ताह तक लगा दें खरबूजे की यह फसल, सही विधि अपनाकर मार्च तक पाएं लाखों की कमाई और बंपर उत्पादन
अगर आप किसान हैं और इस रबी सीजन में कोई ऐसी फसल लगाना चाहते हैं जो कम लागत में ज्यादा मुनाफा दे, तो खरबूजे की खेती आपके लिए सबसे बेहतर विकल्पहो सकती है। नवंबर के अंतिम सप्ताह से लेकर 15 से 20 दिसंबर तक इसका समय सबसे उपयुक्त होता है। इस दौरान लगाई गई फसल मार्च में तैयार हो जाती है और आप सबसे पहले मंडी में खरबूजा लेकर पहुंच सकते हैं जिससे अच्छा भाव मिलता है।
खेत की तैयारी और खाद प्रबंधन
सर्दी में खरबूजे की खेती करने के लिए खेत की तैयारी पर सबसे ज्यादा ध्यान देना जरूरी होता है। सबसे पहले खेत में 5 से 6 ट्रॉली सड़ी हुई गोबर की खाद डालें। इससे मिट्टी की उर्वरक क्षमता बढ़ती है और पौधों को शुरुआती पोषण मिलता है। इसके साथ ही रासायनिक खाद में डीएपी, यूरिया, एमओपी और फंगीसायड का उपयोग करना चाहिए।
खेत की तैयारी के बाद लगभग 6 फीट की दूरी पर बेड तैयार करें और एक फीट की दूरी पर बीज बोएं। बुवाई के बाद 18 से 20 माइक्रोन मोटाई की प्लास्टिक मल्च शीट का इस्तेमाल करें। इससे मिट्टी की नमी बनी रहती है और खरपतवार नहीं उगते। इसके बाद तुरंत क्रॉप कवर लगाएं ताकि सर्द हवाओं से पौधों को नुकसान न हो।
सर्दी से फसल को बचाने के उपाय
खरबूजे की फसल ठंड में संवेदनशील होती है, इसलिए पाले से बचाव के लिए कुछ जरूरी कदम उठाने चाहिए। अगर पाला पड़ने की संभावना हो तो समय पर हल्की सिंचाई करें और खेत में धुआं करें ताकि तापमान थोड़ा बढ़ सके। इसके अलावा बुवाई के समय सल्फर का प्रयोग करें जिससे पौधे मजबूत बनते हैं और ठंड के प्रभाव से बचाव होता है।
अच्छी वैरायटी का चयन करें
खरबूजे की कई वैरायटी बाजार में उपलब्ध हैं लेकिन हर क्षेत्र में हर किस्म समान उत्पादन नहीं देती। इसलिए हमेशा अपने क्षेत्र की मंडी और मौसम के अनुसार किस्म चुनें। देशभर में लोकप्रिय और उच्च उत्पादन देने वाली वैरायटीज़ में नाऊ न्यू की कुंदन, मुस्कान, बॉबी प्रमुख हैं। इसके अलावा सागर की कस्तूरी और पाऊजा की कजरी मस्क मेलन भी काफी पसंद की जाती हैं।
अगर आप अधिक स्वादिष्ट और मीठे खरबूजे की किस्म लगाना चाहते हैं तो पंजाब सुनहरी, पूसा शरबती (एस-445), आईवीएमएम-3 और हरा मधु जैसे विकल्प बहुत लाभकारी साबित हो सकते हैं।
उत्पादन और मुनाफा
सही विधि से की गई खेती में खरबूजे का उत्पादन 150 से 200 क्विंटल प्रति एकड़ तक हो सकता है। अगर बाजार में 20 रुपये प्रति किलो का भाव भी मिल जाए तो करीब 3 लाख रुपये प्रति एकड़ तक की कमाई आसानी से संभव है। सही समय पर सिंचाई, रोग नियंत्रण और पोषण प्रबंधन से फसल का आकार और गुणवत्ता दोनों बेहतर होती हैं जिससे बाजार में ऊंचा दाम मिलता है।
दोस्तों, अगर आप इस साल कम खर्च में ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते हैं तो नवंबर के आखिरी सप्ताह तक खरबूजे की खेती शुरू कर दीजिए। ठंड के दिनों में सही विधि अपनाकर फसल को सुरक्षित रखें और मार्च तक बाजार में सबसे पहले माल पहुंचाकर शानदार मुनाफा कमाएं। खरबूजे की खेती मेहनत तो मांगती है, लेकिन सही तकनीक अपनाकर यह फसल किसानों की आय दोगुनी करने में मदद कर सकती है।
